DIGITELNEWS पर पढ़ें हिंदी समाचार देश और दुनिया से,जाने व्यापार,बॉलीवुड समाचार ,खेल,टेक खबरेंऔर राजनीति के हर अपडेट

 

बीएसई के कुल मार्केट कैप का 9% अकेले रिलायंस के पास, मार्केट का एक तिहाई से ज्यादा कैपिटल टॉप-10 कंपनियों का

कोरोना के चलते पूरी दुनिया के शेयर मार्केट फरवरी से ही गिरने लगे थे, लेकिन मार्च में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने जब कोरोना को महामारी घोषित किया, उसके बाद दुनिया के बाजारों में और भी बड़ा संकट आ गया। इसका असर भारत पर भी पड़ा। 12 मार्च को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) कोलैप्स हो गया। बीएसई में लिस्टेड सभी कंपनियों की कुल मार्केट वैल्यू 10 लाख 89 हजार करोड़ घटकर 126 लाख करोड़ हो गई।

करीब 5 महीने बाद 31 जुलाई शुक्रवार को बीएसई के बंद होने के बाद उसका टोटल मार्केट कैप 147 लाख करोड़ से ज्यादा था। रिलायंस के पास अकेले टोटल मार्केट कैप का 9% है।

12 मार्च को लगभग 3 सालों में सबसे ज्यादा गिरा बीएसई

बीएसई में लिस्टेड सभी कंपनियों का टोटल मार्केट कैप 11 मार्च को 137 लाख करोड़ हो गया था। 12 मार्च को ये करीब 11 लाख करोड़ घटकर 126 लाख करोड़ हो गई। पिछले 33 महीने में मार्केट की ये सबसे बड़ी गिरावट थी। इससे पहले 30 जून 2017 को बीएसई का टोटल मार्केट कैप 125 लाख करोड़ था।

अब तक मार्केट काफी हद तक रिवाइव हो चुका है, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि 31 जुलाई को मार्केट बंद होने के बाद उसके कुल कैपिटलाइजेशन का 35% हाई कैप टॉप-10 कंपनियों के पास है। रिलायंस के पास अकेले टोटल मार्केट कैप का 9% है।

31 जुलाई को मार्केट बंद होने के बाद उसके टोटल मार्केट कैप साइज का कितना हिस्सा हाई कैप टॉप-10 कंपनियों के पास है। 12 मार्च को टोटल मार्केट कैप में इन कंपनियों का कितना हिस्सा था?अभी के टॉप-10 हाई कैप कंपनियों में वो कौन सी कंपनियां हैं जिनका शेयर प्राइस ग्रोथ 12 मार्च से अब तक सबसे ज्यादा है? इस रिपोर्ट में हम इन्हीं सवालों का जवाब देंगे।

31 जुलाई को टॉप-10 कंपनियां 12 मार्च को भी टॉप-100 इंडेक्स का हिस्सा थीं

अभी टॉप-10 में मौजूद कंपनियों का मार्केट कैप मार्च में सबसे ज्यादा गिरा। रिलायंस का मार्केट कैप सबसे ज्यादा 2 लाख 60 हजार करोड़ कम हुआ था, टीसीएस का मार्केट कैप 1 लाख 50 हजार करोड़, एचडीएफसी बैंक का 1 लाख 24 हजार करोड़, इन्फोसिस और आईटीसी का मार्केट कैप 50 हजार से 88 हजार 8 सौ करोड़ तक कम हुआ था।

आज जब बीएसई रिकवरी मोड में है तो यही कंपनियां टॉप-10 हाई मार्केट कैप कंपनियां हैं। यानी, भारत के बाजार में लॉकडाउन के बाद हलचल हुई है। आईटी, बैंकिंग और ऑटो सेक्टर पटरी पर आ रहे हैं।



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
More than one-third of the total market capitalization of BSE is held by top-10 high-cap companies, 15% with Reliance and TCS
Source http://bhaskar.com

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ