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जन्माष्टमी पर पहली बार जगत मंदिर के द्वार बंद; यहां कीजिए द्वारकाधीश जन्मोत्सव के दर्शन, आज का पूरा कार्यक्रम भी जानिए

कोरोना महामारी के चलते इतिहास में पहली बार जगत मंदिर यानी द्वारकाधीश मंदिर के दरवाजे भक्तों के लिए बंद हैं। हालांकि, द्वारका में हो रहे श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव घर बैठे ही देख सकते हैं। द्वारकाधीश मंदिर ट्रस्ट इसका लाइव प्रसारण कर रहा है, जिससे श्रद्धालु भगवान श्रीकृष्ण के साथ उनकी पूजा-अर्चना के भी दर्शन कर सकें। कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने के लिए कलेक्टर की तरफ से 10 से 13 अगस्त तक द्वारकाधीश के जगत मंदिर में बाहरी श्रद्धालुओं के प्रवेश और दर्शन करने पर रोक लगाई गई है। लेकिन मंदिर ट्रस्ट ने जन्माष्टमी पर्व को हर्षोल्लास से मनाने की पूरी तैयारी कर रखी है।

यहां देखिए द्वारका मंदिर से लाइव दर्शन:

जन्माष्टमी पर श्रीजी यानी की द्वारकाधीश के दर्शन का समय इस तरह है...

  • श्रीजी की मंगला आरती दर्शन (सुबह 6.00 बजे)
  • श्रीजी के स्नान दर्शन (सुबह 8.00 बजे)
  • श्रीजी की श्रृंगार आरती (सुबह 11.00 बजे)
  • मंदिर बंद (दोपहर 1.00 बजे से शाम 5 बजे तक)
  • उत्थापन दर्शन (शाम 5.00 बजे)
  • श्रीजी की संध्या आरती दर्शन (शाम 7.30 बजे)
  • श्रीजी की शयन आरती दर्शन (रात 8.30 बजे)
  • मंदिर बंद (रात 9.00 बजे से)
  • श्रीजी का जन्मोत्सव आरती दर्शन (रात 12.00 बजे)
  • श्रीजी का शयन - मंदिर बंद (रात के 2.00 बजे से सुबह 6 बजे तक)

अगले दिन यानी 13 अगस्त का शेड्यूल
13 अगस्त को गुरुवार को पोरणा नोम के चलते पारणा दर्शन सुबह 7 बजे होंगे। सुबह 10.30 से शाम 5 बजे तक दर्शन बंद रहेंगे। शाम की आरती का समय शाम 5 बजे होगा। संध्या आरती रात्रि साढ़े 7 बजे होगी। शयन आरती रात्रि साढ़े 8 बजे होगी और दर्शन रात्रि साढ़े 9 बजे बंद होंगे। 14 अगस्त से मंदिर अनलॉक गाइडलाइन के अनुसार आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा।

माखन का भोग लगाएं माखनचोर को
भगवान श्रीकृष्ण का जन्म अष्टमी की रात में 12 बजे हुआ था। द्वारका में उनके जन्मोत्सव आरती के बाद 1650 अभिषेक किए जाते हैं। इसके बाद वेदोक्त और पुराणोक्त मंत्रों द्वारा दूध, दही, घी, शहद और शक्कर के पंचामृत का अभिषेक किया जाता है। बाद में दूध से अभिषेक किया जाता है। घरों में आप रात के 12 बजे श्रीजी को पालने में विराजमान कर उनकी आरती कर सकते हैं। पंचामृत के अलावा किसी भी मिष्ठान का भोग लगा सकते हैं। भगवान श्रीकृष्ण की प्रिय चीज माखन है। इसलिए उन्हें खासतौर पर माखन का ही भोग लगाएं।



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यह तस्वीर भगवान द्वारकाधीश की है। आज जन्माष्टमी कार्यक्रम का लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा। घरों में आप रात के 12 बजे श्रीजी को पालने में विराजमान कर उनकी आरती कर सकते हैं।
Source http://bhaskar.com

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