वयोवृद्ध अभिनेता अमोल पालेकर को यह जानकर खुशी हुई कि उनकी साल 1979 की कॉमेडी क्लासिक फिल्म 'गोलमाल' के बारे में आज की पीढ़ी के युवा बाते करते हैं। हृषिकेश मुखर्जी की फिल्म की कहानी का विषय यह था कि कैसे एक आदमी नौकरी पाने के लिए झूठ बोलता है, लेकिन जब उसके रूढ़िवादी बॉस को संदेह होता है तो किस तरह चीजें जटिल हो जाती हैं।
पालेकर ने कहा, फिल्म की शूटिंग पिकनिक की तरह थी। इस फिल्म की शूटिंग के दौरान हमें बहुत मजा आता था। उत्पल दा (दत्त) के साथ मेरी दोस्ती बहुत अलग और अनमोल थी, क्योंकि हम अपने थिएटर के दिनों से एक-दूसरे को जानते थे।
उन्होंने आगे कहा, अक्सर, दृश्यों की शूटिंग करते समय वह मुझे मेरे प्रदर्शन को सुधारने के तरीके बताते थे, जिसके अनुसार वह अपने स्वयं के प्रदर्शन में सुधार लाते थे। हमारा लेने-देने वाला रिश्ता था! हृषि दा(निर्देशक) अपनी प्रतिक्रिया साझा करने से पहले हमें अधिकांश ²श्यों को अपने तरीके से सुधारने देते थे।
उन्होंने आगे कहा, गोलमाल की शूटिंग के दौरान हमने जो मजेदार और अनमोल पल जिये थे, वही इस फिल्म में दिखते हैं और वह आज भी जिंदा है। पालेकर ने 'सा रे गा मा' के एपिसोड की शूटिंग के दौरान बीते दिनों को याद करते हुए कहा, आज की पीढ़ी को भी इस फिल्म के बारे में बात करता देख बहुत खुशी हो रही है।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/2DPs07r
via patrika
0 टिप्पणियाँ