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बजट बनाते वक्त इमरजेंसी फंड का ध्यान रखें, होटल के बजाए हॉस्टल में रहने के बारे में सोचें; वेकेशन से पहले खुद से करें 3 सवाल

कोरोनावायरस महामारी अभी थमी नहीं है, पर लोगों ने जोखिम उठाकर घर से बाहर निकलना शुरू कर दिया है। कई लोग घर में रहते हुए इतने परेशान हो गए हैं कि वे माहौल सामान्य होने के बाद कहीं भी घूमने जाना चाहते हैं। इसी सिलसिले में कई राज्यों ने पर्यटकों को लेकर एसओपी भी जारी किए हैं और सफर के शौकीनों को आमंत्रित भी कर रहे हैं।

हालांकि, अभी यह तय नहीं है कि वैक्सीन कब तक हमारे बीच आएगी? और कोरोना का ये दौर कब खत्म होगा? ऐसे में नए पर्यटकों के पास अपने नए सफर की प्लानिंग करने और बजट बनाने का काफी वक्त है। इस खाली समय का फायदा उठाएं और घर में रहकर तनाव लेने के बजाए अपनी फ्यूचर ट्रिप के बारे में सोचें। क्योंकि अगले तीन महीने फेस्टिव सीजन भी हैं। ऐसे में अगर आपको भी टूरिज्म का नया शौक लगा है, तो कुछ टिप्स और जानकारियां आपकी मदद कर सकती हैं।

रहना, खाना और ट्रांसपोर्ट कैसे प्लान करें?

  • यदि आप नियमित पर्यटक हैं तो आपने जाने-माने ट्रैवलर डॉक्टर वरुण वागीश का नाम सुना होगा। हॉलिडिफाई वेबसाइट के मुताबिक, वरुण ने एक कसे हुए बजट में ट्रैवलिंग करने के लिए एक मास्टर प्लान बनाया है। वे अपने बजट को तीन हिस्सों में बांटते हैं- रहना, खाना और ट्रांसपोर्ट।
  • इस मास्टर प्लान की मदद से वे कई बार घूमने के दौरान दिन में सैकड़ों से लेकर हजारों रुपए की सेविंग कर लेते हैं। उनका तरीका अपनाएं। वे महंगे होटलों में रुकने के बजाए हॉस्टल चुनते हैं, रेस्टोरेंट के बजाए सुपरमार्केट से चीजें खरीदकर खाते हैं और फ्लाइट के बजाए ट्रेन और रास्तों पर लिफ्ट लेते हैं।

अब जानते हैं कैसे तैयार करें ट्रैवल बजट?
ट्रैवल एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ट्रैवलिंग से पहले खर्चों को तीन हिस्सों में बांटना अच्छा तरीका हो सकता है।
1. तैयारियों का खर्च
इसमें अपने उन खर्चों को शामिल करें, जो आप सफर से पहले या सफर की तैयारियों में करने वाले हैं। जैसे- जरूरी चीजें खरीदना, पुरानी चीजों की रिपेयरिंग।

  • ट्रैवल इंश्योरेंस: सफर के दौरान इंश्योरेंस जरूरी चीज नहीं है, लेकिन यह एक अच्छा उपाय हो सकता है। खासतौर से लंबे सफर और इस कोरोना दौर में। इंश्योरेंस की तैयारी से पहले आपको थोड़ी रिसर्च करना चाहिए। रिसर्च की मदद से आप अपने और सफर के साथी के लिए बेहतर ऑप्शन खोज पाएंगे।
  • वैक्सीन: कहीं भी जाने से पहले उस जगह के बारे में जानना आपकी हेल्थ के लिए भी सुरक्षित होगा। आमतौर पर वैक्सीन सस्ती होती हैं और आपको यह दूसरी जगहों पर कई परेशानियों से बचाती हैं। कहीं भी जाने से पहले टीका लगवाने पर विचार करें और अपने हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह लें।
  • शॉपिंग: ट्रैवलिंग के मामले में यह सबसे बड़े और जरूरी कामों में से एक माना जाता है। कहीं भी जाने से पहले यह देख लें कि आपको वहां किन चीजों की जरूरत होगी और आपके पास पहले से क्या मौजूद है। उदाहरण के लिए नए बैग पैक, कैमरा टूल्स।
  • ट्रांसपोर्टेशन: यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप सफर पर कहां जा रहे हैं। कहीं भी जाने से पहले अगर आप ट्रांसपोर्टेशन के खर्चों का ध्यान रखेंगे, तो यह बजट संभालने के लिहाज से मददगार होगा। सफर की प्लानिंग के दौरान ही टिकट पर होने वाले खर्च की जानकारी ले लें।

2. सफर के दौरान होने वाले खर्च
बजट के इस हिस्से में उन खर्चों को शामिल करें, जो आप सफर के दौरान करने वाले हैं। जैसे- रहना, खाना।

  • कहां रहेंगे: ट्रैवलिंग और वेकेशन का सबसे बड़ा खर्च इसे ही माना जाता है। हालांकि, अपनी सुविधाओं से पहले बजट को ध्यान में रखते हुए आप इसे कम कर सकते हैं। प्लानिंग के दौरान ही ट्रैवल करने वाले शहर के होटल और हॉस्टल की जानकारी ले सकते हैं। इसकी मदद से आप कम से कम खर्चों में कहीं भी रह सकते हैं।
  • खाना और दूसरी एक्टिविटीज: खाने को लेकर खर्च का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी काम है। हालांकि, यह खर्च भी आपकी मंजिल पर ही निर्भर करता है। यह जरूरी है कि आप जहां भी जा रहे हैं, वहां की खास डिश या ड्रिंक का मजा जरूर लेंगे, लेकिन इसकी मात्रा का ख्याल रखें।
  • खरीदारी: यह इस बात पर निर्भर करता है कि सफर कर रहे शहर से कितनी चीजें खरीदेंगे। अगर आप जरूरत से ज्यादा चीजें खरीदते हैं, तो इससे आपका बजट प्रभावित होगा। इसके अलावा अगर आप विदेश की ट्रिप प्लान कर रहे हैं तो कस्टम ड्यूटी रेग्युलेशन की जानकारी भी ले लें।

3. इमरजेंसी फंड्स

  • सबसे आखिरी और सबसे जरूरी बात है इमरजेंसी फंड बनाना। कई बार होता है कि सफर के दौरान आप लापरवाही या गलती के कारण डेबिट/क्रेडिट कार्ड, पर्स या दूसरी जरूरी चीजें खो देते हैं। ऐसे में यह पैसा आपके काम मुश्किल के वक्त आएगा।
  • इसके अलावा अपने बजट को लेकर एकदम टाइट न रहें। अगर आपने 10 दिन की प्लानिंग की है तो कम से कम 12-15 दिनों का पैसा अपने साथ रखें। इस तरह आप किसी तरह की इमरजेंसी का सामना आसानी से कर पाएंगे।

कैसे करें मुफ्त या सस्ती ट्रैवलिंग?

  • लंबे समय से पर्यटन कर रहे लोगों को मुफ्त में यह कम खर्च में सफर करने के तरीके पता होते हैं, लेकिन पहली बार वेकेशन प्लान कर रहे लोग भी थोड़ा जागरूक होकर अपना खर्च कम कर सकते हैं। प्लानिंग के दौरान ही थोड़ा रिसर्च करने से आपको कई आर्थिक फायदे हो सकते हैं।
  • सस्ती ट्रैवलिंग के लिए अलग-अलग ऐप्स और वेबसाइट्स पर जाकर थोड़ा सर्च करें। कई बार अच्छे ऑफर की वजह से आपकी ट्रैवलिंग और सेविंग दोनों हो जाती हैं।
  • इसके बाद आता मुफ्त का फायदा। कई बार ऑफ सीजन या दूसरे मौकों पर ट्रैवल एजेंट या वेबसाइट रहना-खाना और सीमित जगहों पर मुफ्त में घूमने का मौका देती हैं। ऐसे में बुकिंग करते वक्त थोड़ी रिसर्च और पुराने ट्रैवलिंग ब्लॉग्स जरूर पढ़ें।

जब तक घर में हैं तब तक इंटरनेट पर ही घूम लें दुनिया
घर पर ही रहकर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करें। इंटरनेट पर कई वर्चुअल टूर के ऑप्शन मौजूद हैं, जिसके जरिए आप दुनिया की कई मशहूर जगहों को जान सकेंगे और कई लोगों के लिए यह नया अनुभव भी हो सकता है।

  • दुनिया के सात अजूबे: मॉडर्न टेक्नोलॉजी की मदद से आप घर बैठे ही दुनिया के सात अजूबों (द ग्रेट वॉल ऑफ चाइना, पेट्रा, ताज महल, कोलोजियम, माचु पिच्चु, क्राइस्ट द रिडीमर और चिचेन इत्जा) का नजारा अपनी डिवाइस पर देख सकते हैं। इसके लिए कई गूगल जैसी ऑनलाइन सर्विसेज उपलब्ध हैं।
  • म्यूजियम की सैर: बीते कुछ वर्षों में गूगल ने हजारों म्यूजियम के साथ पार्टनरशिप की है। इसमें संग्रहालयों में सुरक्षित कर रखी गई नायाब चीजों की हाई क्वालिटी फोटोज हैं। इसके जरिए आप दुनिया के दूर-दराज के कई म्यूजियम की सैर कर सकते हैं।
  • नेशनल पार्क्स: ट्रैवलिंग के दौरान कई लोगों की सबसे पसंदीदा जगह नेशनल पार्क्स होती है। अब इंटरनेट के जरिए भी ट्रेवलर्स वर्चुअल नेशनल पार्क्स का मजा हाई क्वालिटी साउंड के साथ ले सकते हैं। इसके लिए गूगल ने भी खास नेशनल पार्क्स के ऑडियो-विजुअल टूर्स की सेवा दी है।

तनाव से लड़ने का बड़ा हथियार है ट्रैवलिंग
राजस्थान के उदयपुर स्थित गीतांजलि हॉस्पिटल में असिस्टेंट प्रोफेसर और साइकोलॉजिस्ट डॉक्टर शिखा शर्मा कहती हैं, "ट्रैवलिंग से हमारा मूड खुश होता है। क्योंकि इस दौरान हम नए लोगों से मिलते हैं, नई जगहों को जानते हैं और नए अनुभव होते हैं।"



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While making the budget keep in mind the emergency fund, think about staying in hostels instead of hotels; Do 3 questions yourself before vacation
Source http://bhaskar.com

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