DIGITELNEWS पर पढ़ें हिंदी समाचार देश और दुनिया से,जाने व्यापार,बॉलीवुड समाचार ,खेल,टेक खबरेंऔर राजनीति के हर अपडेट

 

लता मंगेशकर के सॉन्ग के बारे में गलत जानकारी देने पर ट्रोल हुए विशाल ददलानी

मशहूर सिंगर और संगीतकार विशाल ददलानी ने लता मंगेशकर के एक सॉन्ग के बारे में गलत जानकारी बयान की, जिसके कारण उन्हें ट्रोल होना पड़ा। हालांकि उन्होंने सोशल मीडिया पर माफी भी मांग ली है। दरअसल, विशाल ने मशहूर गायिका लता मंगेशकर के एक सॉन्ग को लेकर गलत जानकारी शेयर की थी।

जानकारी के अनुसार इंडियन आइडल 12 के गणतंत्र दिवस स्पेशल एपिसोड के दौरान का किस्सा है, शो को विशाल ददलानी, नेहा कक्कड़ और हिमेश रेशमिया जज कर रहे थे। इसी दौरान एक कंटेंस्टेंट ने लता मंगेशकर का सॉन्ग ऐ मेरे वतन के लोगों गाया। जिस पर सभी ने इस गायक की प्रशंसा की, इसी दौरान विशाल ददलानी ने भी इस कंटेंस्टेंट की तारीफ करते हुए कहा, "ऐ मेरे वतन के लोगों, सॉन्ग को लता मंगेशकर ने 1947 में देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के लिए गया था, जब देश आजाद हुआ था। यह दुनिया का एकमात्र गाना है जो सही मायनों में ऑल टाइम हिट है। आपने इस सॉन्ग को गाने की अच्छी कोशिश की है, लेकिन लता मंगेशकर जैसा तो कोई नहीं गा सकता है। इस गाने को दिल से नमन" विशाल ने यह गलत जानकारी शेयर की थी। दरअसल ऐ मेरे वतन के लोगों गीत को कवि प्रदीप ने लिखा था। इस गाने की धुन उस समय के मशहूर संगीतकार सी रामचंद्रन ने दी थी और इसे लता मंगेशकर ने गाया था। इस पर पूर्व विदेश मंत्री दिवंगत सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल ने भी इसकी आलोचना करते हुए ट्विटर पर लिखा, "यह हैं म्यूजिक डायरेक्टर विशाल ददलानी, इतिहास, संगीत और भारत रत्न एवं दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मान दो-दो लोगों के बारे में गलत जानकारी ***** इस गाने के बारे में उन्होंन लिखा, "लता मंगेशकर जी ने ऐ मेरे वतन के लोगों गीत 26 जनवरी 1963 को दिल्ली में गया था। इसे कवि प्रदीप ने लिखा था, गीत को सुनने के बाद पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भावुक होकर कहा था, लता बेटी तुम्हारे गीत ने मुझे रुला दिया....।" उनका यह ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसके बाद विशाल ने माफी मांगते हुए लिखा, "ऐ मेरे वतन के लोगों, गाने को लेकर मेरी गलत जानकारी से नाराज लोगों से मैं माफी मांगता हूं, लेकिन इन कट्टर राष्ट्रवादियों ने तब कुछ नहीं कहा जब #Chornab पुलवामा में 40 भारतीय सैनिकों की मौत को टीआरपी जीत के रूप में मना रहा था।"



from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/2MiI71g
via patrika

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ