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लश्कर आतंकी बाबर ने कैमरे पर खोली पाकिस्तान की पोल, कहा- पाक सेना ने दी ट्रेनिंग

श्रीनगर भारतीय सेना ने लश्कर ए तैयबा के एक आतंकी को जिंदा पकड़ा है। उसकी उम्र सिर्फ 19 साल है। आतंकी का नाम अली बाबर है, जो कि लश्कर ए तैयबा का है। उसने कैमरे के सामने कबूल किया है कि वह एक पाकिस्तानी आतंकी है। उसने यह भी बताया कि वह किस तरह आतंकी बना और कैसे भारत का तबाह करना चाहता था। पाकिस्तान के पंजाब के दिपलपुर में गांव वासेववाला के रहनेवाले अली बाबर ने सातवीं तक की पढ़ाई की है। आतंकियों की घुसपैठ का मकसद 2016 के उरी जैसे बड़े हमले को अंजाम देना था। लश्कर-ए-तैयबा ने बनाया आतंकी आतंकवादी अली बाबर ने पूछताछ में खुलासा किया है कि उसके छह आतंकवादियों का समूह मुख्य रूप से पाकिस्तानी पंजाब का था। उसने कहा कि गरीबी के कारण उसे गुमराह किया गया। इसके बाद लश्कर-ए-तैयबा में शामिल होने के लिए लालच दिया गया। महज 50 हजार रुपयों के लिए चुनी आतंकवाद की राह मां के इलाज के लिए 20 हजार रुपये आतंकियों की ओर से दिए गए। साथ ही 30 हजार रुपये देने का वादा भी किया गया। हथियार चलाने का प्रशिक्षण देने वालों में अधिकांश पाकिस्तानी सेना के जवान थे। इस्लाम और मुसलमान के नाम पर उकसाया आतंकी ने बताया कि उसे इस्लाम और मुसलमान के नाम पर उकसाया गया, साथ ही आतंकवादी बनने पर मजबूर किया गया। उसने बताया कि उसे मुजफ्फराबाद में प्रशिक्षित किया गया था। उससे कहा जाता था कि इस्लाम खतरे में है, मुसलमानों पर अत्याचार हो रहा है। पाकिस्तानी सेना के जवानों ने दी 3 महीने की ट्रेनिंग बाबर ने बताया कि उसे आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा ने तीन महीने की ट्रेनिंग दी। इस दौरान उसे तरह-तरह के हथियार चलाना सिखाया गया। हथियार चलाने का प्रशिक्षण देने वालों में अधिकांश पाकिस्तानी सेना के जवान थे। उसके दिल से मरने का डर दूर किया गया। उरी जैसी घटना की थी तैयारी तीन महीने की ट्रेनिंग के बाद उसे एक ट्रेंड आतंकी बना दिया गया। उसे भारत में एक बड़ी साजिश के तहत भेजा गया था। उसने बताया कि उसे कहा गया था कि 2016 की उरी जैसी कोई घटना को अंजाम देना है। दस दिन में घुसपैठ की तीन साजिशें नाकाम मेजर जनरल वीरेंद्र वत्स ने बताया कि 26 सितंबर को एक आतंकी मारा भी गया था। उन्होंने बताया कि उरी में एलओसी पर नौ दिनों तक आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाया गया। इस दौरान आतंकियों से मुठभेड़ हुई। दो आतंकी भारतीय सीमा में थे जबकि चार आतंकी सीमा पार थे। जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की तरफ के चार आतंकी वापस चले गए। बचे दो आतंकी 25 सितबंर को एक नाले में छिप गए थे। एक आतंकी को 26 को ढेर कर दिया गया। दूसरा आतंकी सरेंडर के लिए गिड़गिड़ाने लगा। मेजर वत्स ने कहा कि गिरफ्तार आतंकी पाकिस्तान में तीन महीने की ट्रेनिंग ले चुका है।
Source navbharattimes

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