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तालिबान से RSS की तुलना पर जावेद अख्तर के विरोध में आई शिवसेना

मुंबई गीतकार जावेद अख्‍तर (Javed Akhtar) का विवादों से पुराना नाता रहा है। इस बार उन्होंने आरएसएस और वीएचपी जैसे संगठनों की तुलना तालिबान से की है। हालांकि इस बयान के बाद वह विवादों में घिर गए। सोमवार को बीजेपी नेता राम कदम ने उनके घर के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान उन्होंने कहा कि जावेद अख्तर को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। इधर शिवसेना ने भी जावेद अख्तर के बयान का विरोध किया है। शिवसेना नेता किशोर तिवारी ने कहा कि जावेद अख्तर ने तालिबान की तुलना आरएसएस से की है हम विरोध करते हैं। उन्होंने कहा, 'मैं शिवसेना का स्टैंड साफ कर दूं, हम आरएसएस को राष्ट्र निर्माण करने वाला संगठन मानते हैं।' ...तो करेंगे कार्रवाई इस मामले में बीजेपी नेता राम कदम की ओर से शिकायत की गई है लेकिन कोई ऐक्शन न लेने के सवाल पर किशोर तिवारी ने कहा कि बयान आरएसएस के खिलाफ दिया गया है। शिकायत बीजेपी नेता ने की है। अगर आरएसएस शिकायत करती है तो ऐक्शन लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम राम कदम को गंभीरता से नहीं लेते हैं। मोहन भागवत अगर शिकायत करेंगे तो कार्रवाई होगी। शिवसेना ने कहा-सहमत नहीं शिवसेना ने सोमवार को अपने संपादकीय में भी इससे संबंधित लेख छापा। उन्होंने लिखा, 'आप कैसे कह सकते हैं कि हिंदू राष्ट्र की अवधारणा का समर्थन करने वाले तालिबानी मानसिकता के हैं? हम इससे सहमत नहीं हैं।' जावेद अख्तर ने दिया था यह बयान जावेद अख्तर ने हाल ही में एक समाचार चैनल से कहा था कि 'पूरी दुनिया में दक्षिणपंथियों में एक अनोखी समानता है। तालिबान एक इस्लामी देश चाहता है। ये लोग एक हिंदू राष्ट्र बनाना चाहते हैं।' शिवसेना ने कहा कि भले ही जावेद अख्तर एक धर्मनिरपेक्ष व्यक्ति हैं और कट्टरता के खिलाफ बोलते हैं, लेकिन उनका आरएसएस की तुलना तालिबान से करना पूरी तरह से गलत है। शिवसेना के मुखपत्र में कहा गया है कि हिंदुत्व की तालिबान से तुलना करना हिंदू संस्कृति का अपमान है। एक हिंदू बहुल देश होने के बावजूद हमने धर्मनिरपेक्षता का झंडा फहराया है। हिंदुत्व के समर्थक केवल यही चाहते हैं कि हिंदुओं को दरकिनार न किया जाए। शिवसेना ने कहा कि आपका आरएसएस के साथ मतभेद हो सकता है, लेकिन उनके दर्शन को तालिबानी कहना पूरी तरह से गलत है।
Source navbharattimes

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