DIGITELNEWS पर पढ़ें हिंदी समाचार देश और दुनिया से,जाने व्यापार,बॉलीवुड समाचार ,खेल,टेक खबरेंऔर राजनीति के हर अपडेट

 

'हिंदुओं में अशांति फैल रही', आमिर खान के ऐड पर ऐसा क्‍यों बोले BJP सांसद? समझिए

बेंगलुरु एक क्लोदिंग ब्रैंड के फेस्टिव कलेक्शन की लाइन को लेकर विवाद थमा नहीं है और अब नए विज्ञापन पर विवाद शुरू हो गया है। कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ से बीजेपी सांसद अनंत कुमार हेगड़े ने अभिनेता आमिर खान के एक ऐड पर आपत्ति जताई है जिसमें ऐक्टर ने लोगों से सड़कों पर पटाखे न फोड़ने की अपील की है। रोड सेफ्टी और सोशल अवेयरनेस पर जोर देने वाला यह ऐड सीएट (CEAT) टायर कंपनी की एक सीरीज का एक हिस्सा है। फिलहाल मामले में कंपनी की ओर से बयान नहीं आया है। उधर सोशल मीडिया पर भी आमिर खान #AamirKhan और सीएट टायर्स (#Shameonceattyres) के विरुद्ध ट्रेंड शुरू हो गया है। बीजेपी सांसद ने कंपनी के सीईओ को लिखा खत पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत हेगड़े ने कंपनी के एमडी और सीईओ अनंत वर्धन गोयनका को 14 अक्टूबर को लेटर लिखकर कहा, 'जन मुद्दों के प्रति कंपनी के विशेष ध्यान की सराहना की जानी चाहिए लेकिन सड़कों पर पटाखे फोड़ने को लेकर जागरूकता फैलाने के साथ ही शुक्रवार और अन्य महत्वपूर्ण दिनों पर मुस्लिमों का नमाज के नाम पर सड़कों को ब्लॉक करना भी संबोधित करने की जरूरत है।' हेगड़े ने आगे कहा, 'कई शहरों में यह दृश्य बिल्कुल आम हो गया है जहां मुस्लिम नमाज अदा करने के नाम पर सड़क जाम करते हैं। उस वक्त ऐंबुलेंस और अग्निशमन गाड़ियां भी ट्रैफिक में फंस जाती है, जिससे लोगों की जान तक चली जाती है।' 'विज्ञापन से अशांति फैल रही है'सांसद ने अपना पत्र सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म फेसबुक पर भी अपलोड किया जिसमें यूजर्स ने उनके बयान पर आपत्ति जताई। सांसद ने कहा, 'इस विज्ञापन से हिंदुओं में अशांति फैल रही है। उम्मीद है कि भविष्य में कंपनी हिंदू भावनाओं का सम्मान करेगी।' हेगड़े ने गोयनका से कंपनी के विज्ञापन में ध्वनि प्रदूषण के मुद्दे को भी हाइलाइट करने की अपील की। उन्होंने कहा, 'हर दिन हमारे देश में अजान के वक्त मस्जिदों के ऊपर लगे माइक से तेज आवाज निकलती है। इससे अलग-अलग बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों को असुविधा होती है।' 'गैर हिंदू ऐक्टर्स भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे'आमिर खान पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए हेगड़े ने लिखा, 'इन दिनों गैर-हिंदू ऐक्टर्स का एक ग्रुप हमेशा हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाता है जबकि वे कभी भी अपने समुदाय के गलत कामों को उजागर करने की कोशिश नहीं करते हैं।'
Source navbharattimes

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ