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रामभक्तों पर गोली, मऊ दंगे, अजीत राय मर्डर... चुनावी मौसम में क्यों चर्चा में योगी के ये ट्वीट्स?

लखनऊ यूपी विधानसभा चुनाव करीब आते-आते समाजवादी पार्टी पर बीजेपी का हमला और तेज हो गया है। शुक्रवार रात सीएम योगी आदित्यनाथ के ऑफिशल ट्विटर हैंडल से किए गए सिलसिलेवार ट्वीट चर्चा में हैं। सीएम योगी ने राम मंदिर, रामभक्तों पर गोलियां चलवाने से लेकर मऊ दंगे और अजीत राय हत्याकांड का जिक्र कर सपा पर तीखा हमला किया। सपा पर निशाने के साथ ही सीएम योगी ने 2022 के चुनावी मुद्दे भी गिना दिए हैं। स्पष्ट है कि चुनाव में विकास के साथ ही चुनाव में हिंदुत्व का अजेंडा भी हावी रहेगा। कारसेवकों की मौत पर सपा को घेरा सीएम योगी ने सपा को निशाने पर लेते हुए कहा, 'जिन लोगों ने राम भक्तों पर गोलियां चलवाईं, क्या आप और हम उनको माफ कर देंगे?' योगी ने दूसरे ट्वीट में लिखा, 'सपा सरकार के शासनकाल में आतंकवादियों के मुकदमे वापस होते थे। हिंदुओं पर झूठे मुकदमे दर्ज होते थे। रामभक्तों पर गोली चलाई जाती थी और आतंकवादियों की आरती उतारी जाती थी। क्या यह सच नहीं है!' योगी ने याद दिलाया 2005 मऊ दंगे 2005 मऊ दंगों का जिक्र करते हुए योगी ने दूसरा ट्वीट किया, 'आज भी लोग 'मऊ दंगा' भूले नहीं हैं।' गौरतलब है कि 2005 में मऊ शहर में दंगे हुए थे जिसका आरोप बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी पर लगा था। अक्टूबर 2005 में हुए मऊ दंगे के दौरान मुख्तार अंसारी पर राम प्रताप यादव की हत्या करने का आरोप था। भरत मिलाप कार्यक्रम के दौरान अराजक तत्वों द्वारा किए गए पथराव के बाद मऊ में दंगा भड़का था। करीब 13 दिन तक चली सांप्रदायिक हिंसा में अनेक लोग घायल हुए थे। इस मामले में मुख्तार अंसारी को जेल भी हुई थी हालांकि सबूतों के अभाव में 2006 में उन्हें बरी कर दिया गया था। अजीत राय हत्याकांड का भी जिक्र योगी ने अपने ट्वीट में 2007 अजीत राय हत्याकांड का भी जिक्र किया। योगी ने ट्वीट किया, 'वर्ष 2007 में आजमगढ़ में अजीत राय की कॉलेज में निर्मम हत्या सिर्फ इसलिए हो गई, क्योंकि उन्होंने वंदे मातरम् गाने की बात कही थी। स्वतंत्र भारत में कोई सरकार, संगठन या संस्था 'वंदे मातरम्' पर रोक लगाती है तो उसे उखाड़कर फेंक देना चाहिए।' सपा को 'परिवारवादी' कह साधा निशानासपा पर हमला जारी रखते हुए सीएम योगी ने आगे लिखा, 'वर्ष 2017 में हमारी सरकार आई तो हमने सबसे पहला काम किसानों की कर्जमाफी का किया था। वर्ष 2012 में सपा की सरकार आई थी तो उसने सबसे पहले 'श्री राम जन्मभूमि' पर आतंकी हमला करने वाले आतंकवादियों के मुकदमे वापस लिए थे। यही अंतर है आपकी भाजपा सरकार में और परिवारवादी सरकार में।' हिंदुत्व के अजेंडे पर चुनावी अभियान बढ़ाएगी बीजेपी! इससे पहले कुशीनगर में पीएम मोदी भी सपा पर हमलावर दिखे थे। उन्होंने समाजवादी पार्टी को परिवारवादी और माफियावादी कहकर जुमलों के तीर छोड़े थे। साफ है कि इस बार चुनाव में बीजेपी के निशाने पर सपा है। मोदी ने समाजवादी नहीं परिवारवादी कहकर इसकी दिशा भी तय की थी और अब सीएम योगी ने इसे आगे बढ़ाते हुए हिंदुत्व और ध्रुवीकरण अजेंडे पर ले जा रहे हैं। सपा जातीय समीकरण ठीक करने के साथ विकास के मुद्दे को प्रमुखता से रख रही है। वहीं बीजेपी कानून-व्यवस्था से लेकर भ्रष्टाचार और परिवारवाद के आरोपों के केंद्र में सपा को रख रही है।
Source navbharattimes

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