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'अब हम मालदीव से भी डरेंगे?' बांग्लादेश में हिंदुओं के 'नरसंहार' पर मोदी सरकार की चुप्पी से भड़के बीजेपी नेता

नई दिल्ली बांग्लादेश में हिदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर भारत में गजब की चुप्पी है। इस चुप्पी देश के एक बड़े वर्ग को चुभ रही है। यहां तक कि अब सत्ताधारी बीजेपी के नेता अपनी सरकार के रवैये पर सवाल उठाने लगे हैं। अपनी मुखर आवाज के लिए मशहूर बीजेपी नेता ने भी तंज भरे लहजे में पूछा है कि क्या भारत अब मालदीव से भी डरेगा? मोदी सरकार से स्वामी का सवाल स्वामी ने बांग्लादेश में हिदुओं के 'नरसंहार' पर अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। उन्होंने ट्वीट किया, 'बीजेपी सरकार बांग्लादेश में हिंदुओं के नरसंहार की बढ़ती घटनाओं के मुद्दे पर आवाज क्यों नहीं उठा रही है? क्या हम बांग्लादेश से डरते हैं? लद्दाख में चीन के अतिक्रमण के बाद हम अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे से सहमे हुए हैं और उनसे बातचीत करना चाहते हैं। आगे क्या हम मालदीव से भी डरेंगे?' हिंदुओं के खिलाफ जबर्दस्त हिंसा ध्यान रहे कि बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के पंडालों में उधम मचाने से शुरू हुआ हिंसा का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार रात को भी रंगपुर जिले के पीरगंज स्थित हिंदू बस्ती में आग लगा दी जिसमें 20 घर जलकर खाक हो गए। निर्वासित बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन ने इन घटनाओं पर आक्रोश प्रकट करते हुए बांग्लादेश को 'जिहादिस्तान' तक बता दिया। तस्लीमी नसरीन का चुभता सवाल उन्होंने भारत में कथित उदारवादी तबके से भी गंभीर सवाल पूछा। तस्लीमा ने कहा कि जो लोग भारत में अल्पसंख्यकों का समर्थन करते हैं, वही लोग बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों का समर्थन करने के कारण मुझसे नफरत करते हैं। वहीं, बांग्लादेश की सीमा से सटे भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की चुप्पी पर भी ढेर सारे सवाल उठ रहे हैं। अमेरिका ने भी निंदा भारत में भले ही हिंदुओं पर कट्टरपंथी मुसलमानों के हमलों पर चुप्पी हो, लेकिन अमेरिका लगातार बांग्लादेश की इन घटनाओं की निंदा कर रहा है। अमेरीकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने मंगलवार को कहा, 'हम दुर्गा पूजा के अवसर पर हिन्दू मंदिरों और प्रतिष्ठनों पर हाल में हुए हिंसक हमलों की निंदा करते हैं। हमारी संवेदनाएं हिंदू समुदाय के लोगों के साथ हैं और हम अधिकारियों से मामलों की पूरी जांच का अनुरोध करते है। धर्म या आस्था चुनने की स्वतंत्रता मानवाधिकार है।' कट्टरपंथी मुसलमानों ने की बर्बरता दुर्गा पूजा के अवसर पर सोशल मीडिया में कथित तौर पर ईश निंदा संबंधी एक पोस्ट सामने आया था, जिसके बाद हिन्दू मंदिरों पर पिछले बुधवार से हमले बढ़ गए हैं। भीड़ ने रविवार देर रात बांग्लादेश में हिन्दू समुदाय के लोगों के 66 मकान क्षतिग्रस्त कर दिए थे और कम से कम 20 घरों में आग लगा दी थी। बांग्लादेश की स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार, अलग-अलग हमलों में हिन्दू समुदाय के छह लोग मारे गए हैं, हालांकि इन आंकड़ों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी है।
Source navbharattimes

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