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Sanak Movie: सनकी साजू सोलंकी के रोल में दिखेंगे चंदन रॉय सान्याल

Sanak Movie: चंदन रॉय सान्याल को लोग 'आश्रम' के 'भोपा स्वामी', 'कमीने' के 'मिखाइल' और 'जबरिया जोड़ी' के 'गुड्डू' के रोल में देख चुके हैं।
-अब चंदन 'सनक' में एक खतरनाक सनकी खलनायक साजू सोलंकी के रोल में नजर आएंगे। इससे पहले चंदन ने किसी फिल्म में ऐसा रोल नहीं किया है। -महीनों की कड़ी ट्रेनिंग के बाद उन्होंने खुद को इस रोल के लिए मानसिक रूप से तैयार किया है। 'पत्रिका' से चंदन ने अपने अब तक के सफर के बारे में बात की।

साइकोलॉजी जानी
-मैं जिस एक्टिंग स्टाइल को फॉलो करता हूं, उसके लिए मैं इमेजिनेटिव मैथड का इस्तेमाल करता हूं। कोई क्रिमिनल क्या सोचेगा, उसकी साइकोलॉजी कैसी होती होगी, इसे ही एडॉप्ट करने की कोशिश की है। लोगों में मौजूद विरोधाभासी बातें मुझे बहुत अट्रैक्ट करती हैं। इसी से मैं अपने किरदार को तैयार करता हूं।
-'सनक' का साजू सोलंकी भी कुछ ऐसा ही है। वह पैसे लेकर लोगों को विदेश भेजता है, लेकिन वह खराब आदमी नहीं है, बस वह अपना काम कर रहा है।

-उसका मानना है कि मैं अपना काम कर रहा हूं जिसके बीच में मत आओ। मैंने यही सोचा कि यह आदमी कोई गुंडा नहीं है, बस पैसे लेकर काम करता है। मुझे सनकी और खतरनाक दिखाने के लिए चेहरे पर एक स्कार भी दिया गया।

एक्शन के लिए मॉक शूटिंग
-फिल्म के एक्शन सीक्वेंस के लिए अमरीका से खास टीम को हायर किया गया था। उन्होंने पहले ही डमी सीन शूट कर रखे थे। फिर उन सींस में मुझसे काम करवाया। टीम ने मेरे साथ सभी एक्शन सींस की मॉक शूटिंग की।

-शूट के बाद मुझे बताया जाता कि ऐसा करना था और मैंने ऐसा किया। उसे दोहराना पड़ता। एक्शन डिजाइनिंग में केबल, एरियल सीक्वेंस भी बहुत था, जो मेरे लिए बिल्कुल आसान नहीं था, क्योंकि कई बार मैं पूरा दिन तारों पर ही लटका रहता था।

-मुझे विलेन के रूप में अपनी सनक को बरकरार रखना था, साथ ही बॉडी लैंग्वेज को भी करेक्ट करना था कि वह गन लेकर कैसे चलेगा, फायर करने के बाद उसके चेहरे पर क्या भाव होगा। इस पूरी ट्रेनिंग में करीब एक महीने का टाइम लगा।

एक्टिंग का दामन नहीं छोड़ा
-मैं जैसा रोल करना चाहता हूं, उसकी तलाश अभी जारी है, लेकिन अब अच्छा काम मिल रहा है। वक्त ऐसा भी आया, जब मेरे साथ के लोग मुझसे कहीं आगे निकल रहे थे। मैं परेशान भी हुआ, लेकिन उम्मीद और अभिनय का दामन कभी नहीं छोड़ा। मैंने खुद को हमेशा तराशना जारी रखा, अब मेहनत रंग ला रही है।

15 साल की मेहनत है रोल में
-यह रोल मेरे 15 साल के कॅरियर का निचोड़ है। मैंने एक-एक कदम चलकर यह मंजिल पाई है। लोग जब कहते हैं किमेरे अभिनय में सरलता है, तो मैं उनसे यही कहता हूं कि इस सरलता के लिए मैंने जिंदगी में बहुत कठिन समय देखा है।



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