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कंप्यूटर जैसा तेज दिमाग, डार्क नेट का मास्टर, 26 साल का लड़का कैसे बना बिटकॉइन हैकर

बेंगलुरु देश के सबसे बड़े बिटकॉइन घोटाले में पकड़े गए हैकर का दावा है कि उसने नेट की बारीकियां उस समय सीखनी शुरू कर दी थीं जब वह क्‍लास 4 का स्‍टूडेंट था। श्रीकृष्‍णा रमेश नाम का यह हैकर फिलहाल कर्नाटक पुलिस की सेंट्रल क्राइम ब्रांच की हिरासत में है। श्रीकृष्‍णा उर्फ श्रीकी पिछले साल यानि 18 नवंबर 2020 को पकड़ा गया था। उसे ड्रग्‍स की खरीद-फरोख्‍त के मामले में पकड़ा गया था। उसने डार्क वेब पर बिटकॉइन के जरिए इंटरनेशन ड्रग डीलर्स से मादक पदार्थ खरीदे थे। लेकिन पूछताछ में जो पता चला उससे लोगों के होश उड़ गए। उसने यह भी बताया कि उसने जो करोड़ों रुपयों की ठगी की है उनमें से कुछ भी बचाया नहीं बल्कि हर द‍िन होटलों में लाखों रुपये खर्च कर दिए। पेशे से सॉफ्टवेयर इंजिनियर श्रीकी ने पुलिस को बताया कि वह कई ऑनलाइन क्राइम में शामिल रहा है। मसलन, वह हैकरों के उस ग्रुप का सदस्‍या था जिसने 2 अगस्‍त 2016 को क्रिप्‍टोकरंसी एक्‍सचेंज बिटफ‍िनेक्‍स को हैक किया था। इसके बाद इन लोगों ने वहां से करीब एक लाख बीस हजार बिटकॉइन चुरा लिए थे। इनकी कीमत लगभग 3.5 अरब रुपये के बराबर थी। इसके अलावा श्रीकी ने यह भी बताया कि उसने कर्नाटक के ई-गवर्नेंस सेंटर के प्रॉक्‍योरमेंट सेल से 11.5 करोड़ रुपये भी चुराए हैं। श्रीकी मिरर साइट बनाने में माह‍िर था और नकली पेमेंट पोर्टल बनाकर लोगों के क्रेडिट और डेबिट कार्ड डिटेल चुराकर उनसे पैसे उड़ा लेता था। पुलिस को दिए बयान में उसने दावा किया है कि 8 साल की उम्र से उसने ये तकनीकी बारीकियां सीखनी शुरू कर दी थीं। जब वह क्‍लास 4 में था उस समय उसने जावा, रिवर्स इंजिनियरिंग सीख लिया था। इतना ही नहीं उसने अपना पहला बॉट गेम रनस्‍केप भी उसी समय डिवेलप किया था। फिलहाल पुलिस इन दावों की जांच कर रही है।
Source navbharattimes

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