DIGITELNEWS पर पढ़ें हिंदी समाचार देश और दुनिया से,जाने व्यापार,बॉलीवुड समाचार ,खेल,टेक खबरेंऔर राजनीति के हर अपडेट

 

'जिन्ना के दादा और पिता थे हिंदू...' जिन्‍ना पॉलिटिक्‍स में अब आरिफ मोहम्मद खान की एंट्री

अभिषेक कुमार झा, वाराणसी यूपी विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने हरदोई की अपनी यात्रा में जिन्ना का ज़िक्र क्या किया, सूबे की सियासत में जिन्ना पर रोज़ कोई न कोई टिप्पणी कर रहा है। आज़मगढ़ की रैली में भी गृह मंत्री अमित शाह ने जिन्ना के बहाने अखिलेश यादव पर निशाना साधा था। अब इस जिन्ना विवाद में केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान भी कूद पड़े हैं। रविवार को सिगरा के रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में अखिल भारतीय संत समिति और काशी विद्वत परिषद की ओर से आयोजित धर्म संसद में आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि मोहम्मद अली जिन्ना के दादा हिन्दू थे और जिन्ना के पिता भी बचपन में हिन्दू थे। बड़े होने के बाद उन्होंने मुस्लिम धर्म स्वीकार किया। भारतीय राजनीति में मुस्लिम राजनीति के ऊपर सवाल-जवाब का सत्र अखिल भारतीय संत समिति और काशी विद्वत परिषद की ओर से धर्म संसद का आयोजन किया जा रहा है। सिगरा के रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में आयोजित इस कार्यक्रम में भारतीय राजनीति में मुस्लिम राजनीति के ऊपर एक सवाल-जवाब का सत्र चल रहा था। इसी दौरान वरिष्ठ पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने मोहम्मद अली जिन्ना को लेकर एक सवाल किया। सवाल का जवाब देने के दौरान आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि जिन्ना के दादा हिन्दू थे। जिन्ना के पिता भी बचपन में हिन्दू संस्कारों से पले बढ़े, लेकिन पक्की उम्र में आने के बाद उन लोगों ने मुस्लिम धर्म स्वीकार किया। जिन्ना के साथ साथ अल्लामा इकबाल को बताया अलगाववादी बीएचयू के उर्दू विभाग ने एक वेबिनार आयोजित किया था। जिसमें विवादित शायर अल्लामा इकबाल की तस्वीर लगाई गई थी। इस मामले पर बीएचयू ने लिखित रूप से गलती मानते हुए माफी भी मांगी थी। अल्लामा इकबाल के सवाल पर आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि अल्लामा इकबाल शुरुआती दौर में अपनी रचनाओं में भारतीय होने पर गर्व करते थे, लेकिन धीरे-धीरे उनकी रचनाओं में धर्म आधारित अलगाववाद का बोध होने लगा और उन रचनाओं से जिन्ना भी प्रभावित थे।
Source navbharattimes

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ