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मोदी की काशी, योगी का बुल्डोजर... यूपी में BJP ने ढूंढ दिया चुनावी जीत का फॉर्म्युला!

लखनऊ उत्तर प्रदेश में सत्ता वापसी के लिए बीजेपी ने अपना मिशन तैयार कर लिया है। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काशी मॉडल और सीएम योगी आदित्यनाथ की बुल्डोजर पॉलिसी को माइलस्टोन के रूप में पेश कर बीजेपी वोट मांगेगी। 13 दिसंबर को पीएम मोदी वाराणसी में का लोकार्पण करने आ रहे हैं। इस मॉडल को देश-प्रदेश में घर-घर पहुंचाने की योजना भी बनाई गई है। वहीं माफियाओं पर लगातार शिकंजा और उनकी संपत्तियों को बुल्डोजर से ढहाने की नीति को भी बीजेपी भुनाती दिख रही है। सीएम योगी भी अपनी हर रैली में यूपी से माफिया और गुंडा राज खत्म करने का दावा कर रहे हैं। संघ और बीजेपी के राजनीतिक रोडमैप पर अयोध्या के बाद काशी और मथुरा को अगला पड़ाव बनाया गया है। सुप्रीम कोर्ट से फैसला आने के बाद अयोध्या में मंदिर निर्माण शुरू हो चुका है। ऐसे में 2022 के चुनाव के लिए बीजेपी ने काशी मॉडल को अपने विजन में शामिल कर लिया गया है। बीजेपी को यकीन है कि हिंदुत्व के अजेंडे के साथ-साथ विकास का यह मॉडल उसे यूपी में दोबारा सत्ता दिलाएगा। 13 दिसंबर को पीएम मोदी करेंगे लोकार्पण13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण के लिए बीजेपी ने पूरी तैयारी कर ली है। 13 और 14 दिसंबर को गंगा घाटों के साथ शहर की प्रमुख इमारतों में भी सजावट की जाएगी और रोशनी से पूरे शहर को सराबोर किया जाएगा। काशी के तमाम परिवारों से बीजेपी संवाद स्थापित करेगी। लगभग 50,000 वर्ग मीटर में भव्य कॉरिडोर का निर्माण हुआ है। काशी कॉरिडोर के प्रथम चरण के बाद अब इसके दूसरे चरण की निर्माण की बारी है। काशी और आसपास के धार्मिक स्थलों और सांस्कृतिक स्थलों के पुनर्निर्माण की तैयारी की जा रही है। विश्वनाथ पंचकोसी परिक्रमा मार्ग को नए सिरे से तैयार करने की कवायद है। योगी सरकार की कोशिश है कि इसके जरिए धार्मिक पर्यटन को बल मिले। इसका डीपीआर तैयार हो गया है और स्वीकृति मिलते ही काम शुरू हो जाएगा। काशी मॉडल को घर-घर पहुंचाने की तैयारी बीजेपी ने काशी मॉडल को घर-घर तक पहुंचाने की तैयारी भी कर ली है। सूत्रों के मुताबिक, वाराणसी में 13 दिसंबर से 14 जनवरी तक कार्यक्रमों की पूरी श्रृंखला आयोजित की जाएगी। इसमें बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों का समागम भी होगा। इसके अलावा अलग-अलग जिलों के मेयर, जिला पंचायत अध्यक्ष, टूर ऑपरेटर, उद्योगपति, ब्लॉगर, राइटर, धर्माचार्य, कलाकार, शिल्पकार, कथाकार, कारीगर और देश के तमाम मंदिरों से आए प्रतिनिधियों के भी अलग-अलग सम्मेलन होने हैं। विदेशी राजदूतों को भी आमंत्रित किया गया है। यूथ फेस्टिवल के साथ ही सुशासन यात्रा भी निकाली जाएगी। क्रेडिट लेने का दौर शुरू एक ओर बीजेपी काशी मॉडल के जरिए चुनावी टोन सेट कर रही है, तो दूसरी ओर इसका क्रेडिट लेने का दौर शुरू हो गया है। समाजवादी पार्टी के नेता ओम प्रकाश सिंह ने काशी कॉरिडोर के पहले चरण को अखिलेश सरकार का प्रोजेक्ट बताया। वहीं बीते दिनों अखिलेश यादव ने विश्वनाथ कॉरिडोर के अंदर का एक वीडियो ट्वीट कर बीजेपी पर निशाना साधा था। वीडियो में एक पुजारी अक्षय वट की बदहाल स्थिति को बयां कर रहा था। अखिलेश ने वीडियो के साथ लिखा कि काशी में अक्षयवट को आघात पहुंचानेवालों का क्षय निश्चित है। हालांकि उस वीडियो को पुराना बताया जा रहा है। जीरो टॉलरेंस नीति को भुनाएगी बीजेपी हिंदुत्व संग विकास के अजेंडे के साथ ही बीजेपी ने योगी सरकार की अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति के जरिए भी चुनावी माहौल बना रही है। सीएम योगी अपनी हर रैली में साढ़े चार साल के कार्यकाल में माफियाओं और गैंगस्टर पर हुई कार्रवाई की बात करते आ रहे हैं। इसी साल अप्रैल में माफियाओं और अपराधियों के खिलाफ हुई कार्रवाई का सरकार ने लेखा-जोखा भी पेश किया था। इसके तहत जनवरी 2020 से अप्रैल 2021 तक कुल 5,558 मामले दर्ज कर 22,259 अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। सरकार की ओर से सूचीबद्ध 25 माफियाओं के खिलाफ गैंगस्टर ऐक्ट की कार्रवाई हुई। इसके तहत 11अरब, 28 करोड़, 23 लाख 97 हजार 846 रुपये की चल अचल संपत्ति जब्त की गई। बुल्डोजर पॉलिसी पर सपा हमलावर योगी सरकार की बुल्डोजर पॉलिसी पर विपक्ष भी हमलावर है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव अक्सर तंज कसते आए हैं कि बीजेपी को अपना चुनाव चिह्न बदलकर बुल्डोजर कर लेना चाहिए। बीते दिनों बांदा में रैली के दौरान अखिलेश ने कहा था, 'यह बुल्डोजरों वाली सरकार है लेकिन उन्हें यह समझना चाहिए कि बुल्डोजर सड़कों पर दौड़ाए जाते हैं न कि लोगों पर। जनता के पास वोटों की ताकत है। इतना वोट का बुल्डोजर चलेगा कि भारतीय जनता पार्टी का पता नहीं लगेगा।'
Source navbharattimes

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