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माथे पर त्रिपुंड और भगवा बाना... देखिए आज जब वसीम रिजवी बन गए जितेंद्र त्यागी

माथे पर त्रिपुंड, भगवा बाना और मंदिर में पूजा करते हुए वसीम रिजवी ने इस्लाम धर्म छोड़कर सनातन धर्म अपना लिया है। यूपी शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष रहे वसीम रिजवी का नया नाम जितेंद्र नारायण त्यागी हो गया है। उन्होंने गाजियाबाद के डासना मंदिर में महंत यति नरसिंहानंद के समक्ष पूरे विधि-विधान से हिंदू धर्म अपनाया। कुछ दिन पहले ही उन्होंने ऐलान किया था कि वह सनातन धर्म अपनाएंगे।

यूपी शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष रहे वसीम रिजवी ने सनातन धर्म अपना लिया है। वसीम रिजवी का नाम अब जितेंद्र त्यागी हो गया है। त्यागी बिरादरी से जुड़ने के बाद वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र त्यागी ने कहा कि सनातम धर्म दुनिया का सबसे पहला धर्म है, जितनी उसमें अच्छाइयां पाई जाती हैं किसी और धर्म में नहीं। गौरतलब है कि वसीम रिजवी ने कुछ दिन पहले ही हिंदू धर्म अपनाने का ऐलान किया था।


Wasim Rizvi: माथे पर त्रिपुंड और भगवा शॉल ओढ़ वसीम रिजवी बने जितेंद्र त्यागी, देखें तस्वीरें

माथे पर त्रिपुंड, भगवा बाना और मंदिर में पूजा करते हुए वसीम रिजवी ने इस्लाम धर्म छोड़कर सनातन धर्म अपना लिया है। यूपी शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष रहे वसीम रिजवी का नया नाम जितेंद्र नारायण त्यागी हो गया है। उन्होंने गाजियाबाद के डासना मंदिर में महंत यति नरसिंहानंद के समक्ष पूरे विधि-विधान से हिंदू धर्म अपनाया। कुछ दिन पहले ही उन्होंने ऐलान किया था कि वह सनातन धर्म अपनाएंगे।



वसीम रिजवी को मिला नया नाम
वसीम रिजवी को मिला नया नाम

मंदिर में महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने वसीम रिजवी का भगवा शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया। इसके बाद तय हुआ कि वसीम रिजवी त्यागी बिरादरी से जुड़ेंगे। वसीम रिजवी का नया नामकरण हुआ। नामकरण के बाद मंदिर में अनुष्ठानों का दौर हुआ।



त्रिपुंड और भगवा बाना पहनकर अपनाया सनातन धर्म
त्रिपुंड और भगवा बाना पहनकर अपनाया सनातन धर्म

वसीम रिजवी के माथे पर त्रिपुंड लगाया गया और भगवा बाना पहनकर उन्होंने मंदिर में पूजा-पाठ किया। पूजा संपन्न होने के बाद यति नरसिंहानंद ने उन्हें सनातन धर्म ग्रहण कराया। यति नरसिंहानंद ने बताया कि 15 दिन पहले उनके पास वसीम रिजवी का फोन आया। वह हैरान थे कि एक मुसलमान उन्हें फोन कर रहा है क्योंकि उनका मुसलमानों से कोई संपर्क नहीं रहता है।



मुझे इस्लाम से निकाला गया: वसीम रिजवी
मुझे इस्लाम से निकाला गया: वसीम रिजवी

सनातन धर्म स्वीकारने के बाद वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र त्यागी ने कहा, 'धर्म परिवर्तन की यहां कोई बात नहीं है। जब मुझे इस्लाम से निकाल दिया गया तो फिर मेरी मर्जी है कि मैं कौन सा धर्म स्वीकार करूं। सनातम धर्म दुनिया का सबसे पहला धर्म है, जितनी उसमें अच्छाइयां पाई जाती हैं किसी और धर्म में नहीं। इस्लाम को हम धर्म ही नहीं समझते हैं।'



हिंदू रीति रिवाज से जताई थी अंतिम संस्कार की इच्छा
हिंदू रीति रिवाज से जताई थी अंतिम संस्कार की इच्छा

वसीम रिजवी ने अपनी वसीयत जारी की थी। इसमें उन्होंने ऐलान किया था कि मरने के बाद उन्हें दफनाने के बजाय हिंदू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार किया जाए। इतना ही उन्होंने यह भी कहा था कि यति नरसिंहानंद उनकी चिता को अग्नि दे।



Source navbharattimes

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