श्रीनगर जम्मू-कश्मीर में लगातार रैलियां और कांग्रेस के साथ दूरियों को लेकर चल रही अटकलों की बीच गुलाम नबी आजाद का बयान सामने आया है। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि वह एक नई पार्टी शुरू नहीं कर रहे हैं, लेकिन भविष्य के बारे में वह कुछ नहीं कह सकते हैं क्यों राजनीति में कब-क्या हो कहा नहीं जा सकता है। एक टीवी चैनल से बातचीत में आजाद ने कहा, 'राजनीति में आगे क्या होगा यह कोई नहीं कह सकता। जैसे कोई नहीं जानता कि उसकी मृत्यु कब होगी। राजनीति में आगे क्या होगा इसकी भविष्यवाणी कोई नहीं कर सकता, लेकिन पार्टी बनाने का मेरा कोई इरादा नहीं है।' 'अगर आप न कहते हैं तो...' आजाद ने हालांकि इस बात पर अफसोस जताया कि असहमति और पार्टी के संचालन में खामियों को इन दिनों नेतृत्व विद्रोह के रूप में देख रहा है। हालांकि इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के समय पर ऐसा नहीं था। उन्होंने कहा, 'अब अगर आप नहीं कहते हैं, तो इसका मतलब कि आप कुछ भी नहीं हैं।' कांग्रेस के असंतुष्ट नेता हैं आजाद गुलाम नबी आजाद जी-23 के नेता हैं, जो कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं का एक समूह है। यह समूह है कांग्रेस नेतृत्व शैली और रणनीति में बदलाव की मांग कर रहे हैं। 'कांग्रेस की लोकसभा में नहीं आएंगी 300 सीटें भी' आपको बता दें कि दो दिनों पहले गुलाम नबी आजाद के बयान ने कांग्रेस में बगावत की अटकलें तेज कर दी थीं। उन्होंने जम्मू कश्मीर के पूंछ की जनसभा में कहा कि कांग्रेस को वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में 300 से अधिक सीटें आती नहीं दिखाई पड़ रही हैं। कुछ लोग दावे कर रहे हैं, लेकिन ऐसा मुझे होता नहीं दिख रहा है। दरअसल, वे भाजपा सरकार की ओर से 5 अगस्त 2019 को हटाए गए धारा 370 और 35ए पर अपनी बात रख रहे थे। उन्होंने कहा कि कुछ लोग धारा 370 को बहाल करने की बात कर रहे हैं, लेकिन इसके लिए कांग्रेस को 300 से अधिक सीट आनी चाहिए। अगले लोकसभा चुनाव में ऐसा होता हमें नहीं दिख रहा है।
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