लखीमपुर हिंसा मामले में विशेष जांच टीम ने जो आरोपपत्र दायर किया है, उसमें कहा गया है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र उर्फ मोनू ने जानबूझकर पूरी घटना को अंजाम दिया। आरोपपत्र के अनुसार, आशीष मिश्र ने 12 लोगों को शामिल कर वारदात की तैयारी पहले ही कर ली थी। यह बात हैरत में डालती है कि एक पढ़ा-लिखा युवक, जिसका परिवार राजनीति में हो, इतना अव्यावहारिक और नासमझ होगा कि वह इस तरह का अपराध करेगा। अगर आरोप साबित हो गए तो उसे आजीवन कारावास की सजा भुगतनी पड़ सकती है। 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में कृषि कानून का विरोध कर रहे चार किसानों और एक पत्रकार सहित 8 लोगों की मृत्यु हुई थी। इनमें तीन बीजेपी कार्यकर्ता थे। ध्यान रहे, चार आंदोलनकारी और एक पत्रकार की हत्या के मामले में दर्ज प्राथमिकी का ही आरोपपत्र दायर हुआ है। Source navbharattimes
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