जब राजनीतिक पार्टी से राज्यपाल नियुक्त होता है तो केंद्र से उस पर दबाव रहता है। इससे राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी और राज्यपाल के बीच विश्वास कम हो जाता है। मेरी राय में राज्यपाल की नियुक्ति एक कमेटी द्वारा की जानी चाहिए जिसमें प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और लोक सभा के नेता विपक्ष शामिल हों। अभी जो प्रथा आज चल रही है, वह गलत है। Source navbharattimes
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