नौ मार्च, शाम सात बजे पाकिस्तानी सेना ने भारत के भीतरी क्षेत्र से शुरू हुई कोई 'तेज रफ्तार उड़ती हुई चीज' देखी, जो अचानक पाकिस्तानी क्षेत्र की ओर मुड़ गई। मिसाइल को मार गिराने की कोशिश नहीं हुई, यह पाकिस्तानी सीमा के 120 किलोमीटर अंदर जाकर खुद ही गिरी, जिससे नागरिक संपत्ति को नुकसान हुआ। 11 मार्च को भारत ने कहा, 'यह राहत की बात है कि दुर्घटना में किसी की जान नहीं गई।' दुर्घटना को 'तकनीकी गड़बड़ियों' का परिणाम बताते हुए उसने उस पर गहरा खेद जताया। भारत ने अपनी तरफ से मिसाइल का नाम नहीं बताया, लेकिन विश्लेषकों के मुताबिक यह ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल थी। रूस के साथ संयुक्त रूप से विकसित यह मिसाइल अपनी श्रेणी में सबसे आधुनिक और सबसे तेज मानी जाती है। इससे भी बड़ी बात यह कि मिसाइल परमाणु हथियारों को ले जाने में सक्षम है और ज्यादातर पाकिस्तानी शहर इसकी रेंज में आते हैं। Source navbharattimes
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