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हमारे छात्रों ने बहुत कुछ झेला... यूक्रेन में भारतीय राजदूत का छलका दर्द, बोले- सबको घर ले जाएंगे

कीव: यूक्रेन में रूसी सेना के हमले से बने हालात के बावजूद भारतीय छात्रों की घर वापसी (Indian Students in Ukraine) जारी है। यूक्रेन में भारतीय दूतावास के अधिकारी () चौबीसों घंटे स्थिति की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया है कि युद्धग्रस्त शहर खारकीव से लगभग सभी लोगों को निकाला () जा चुका है। जिसके बाद अब पूरा ध्यान पूर्वी यूक्रेन के सूमी में फंसे करीब 700 भारतीयों को निकालने पर है। इस क्षेत्र में हाल के दिनों में गोलीबारी और हवाई हमलों की तादाद काफी बढ़ी है। इस बीच यूक्रेन में भारतीय राजदूत ने ट्वीट कर छात्रों के धैर्य और हिम्मत की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा है कि हम सभी भारतीयों के स्वदेश वापसी को लेकर वचनबद्ध हैं। राजदूत ने यूक्रेन में अब भी फंसे भारतीय छात्रों से अपनी सुरक्षा को सुनिश्चित करने का आग्रह भी किया। भारतीय राजदूत बोले- हमें भारतीय छात्रों के धैर्य पर गर्व अपने बयान में यूक्रेन में तैनात भारतीय राजदूत ने कहा कि पिछले दो हफ्ते हम सभी के लिए बेहद कष्टदायक और चुनौतीपूर्ण रहे हैं। शायद ही किसी ने अपने जीवन में ऐसा दर्द और व्यवधान देखा होगा। फिर भी, मुझे हमारे भारतीय नागरिकों, विशेष रूप से युवा भारतीय छात्रों की परिपक्वता और धैर्य पर गर्व है। उन्होंने इस कठिन समय के दौरान भी काफी धैर्य दिखाया है। भारतीय राजदूत ने बताया कि पिछले हफ्ते हमने यूक्रेन से 10000 से अधिक भारतीय छात्रों को निकाला है। खारकीव और सूमी को छोड़कर यूक्रेन के बाकी हिस्सों से लगभग सभी भारतीयों को निकाला जा चुका है। पीसोचिन में खाने और पानी की कर रहे सप्लाई उन्होंने बताया कि खारकीव में भारी तबाही के साथ एक सक्रिय युद्ध क्षेत्र होने के बावजूद हमने अपने नागरिकों को निकालने के लिए निरंतर प्रयास किए हैं। सिर्फ पिछले दो दिनों में हमने पीसोचिन ने लगभग 500 भारतीयों को निकाला है। आज की तारीख तक पीसोचिन में 300 और भारतीय फंसे हुए थे, जिन्हें निकाला जा रहा है। बमबारी, रोड ब्लॉक, डाइवर्जन समेत कई दूसरी कठिनाईयों के बावजूद हम पिसोचीन में खाने और पानी की सप्लाई को बनाए हुए हैं। हमारे छात्रों ने बहुत कुछ झेला, सबको घर ले जाएंगे सूमी के मामले में भी हमारे दूतावास ने भारतीय छात्रों को निकालने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। मुझे पता है कि हमारे छात्रों ने बहुत कुछ झेला है और इस दौरान अद्वितीय शक्ति और दृढ़ संकल्प दिखाया है। मैं आपसे कुछ और धैर्य और सहनशीलता का आग्रह करता हूं ताकि हम आपकी सुरक्षा को सुनिश्चित कर सकें। हम यूक्रेन के पश्चिमी सीमाओं तक सभी भारतीय छात्रों को पहुंचाने के लिए थोड़ी और सहनशक्ति रखने की अपील करते हैं। भारत सरकार आप सभी को घर लेकर जाएगी। मेरी आपसे अपील है कि सभी सेफ्टी प्रोटोकॉल का पालन करना जारी रखें और यूक्रेनी अधिकारियों और नागरिकों के साथ सहयोग बनाए रखें। उन्होंने यह भी कहा कि हम यूक्रेनी अधिकारियों के प्रयासों की सबसे अधिक सराहना करते हैं।
Source navbharattimes

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