हरिवंश, उपसभापति, राज्यसभा1983 में पदयात्रा के बाद चंद्रशेखर की इंदिरा गांधी से पंजाब संकट पर कई गंभीर चर्चाएं हुईं। उन्होंने इंदिरा गांधी से किसी तरह की सैन्य कार्रवाई या स्वर्ण मंदिर के इर्द-गिर्द कार्रवाई करने से परहेज करने को कहा। आपातकाल के समय चंद्रशेखर पटियाला जेल में बंद थे, जहां उन्होंने सिख धर्म-संस्कृति से जुड़ी कई किताबें पढ़ी थीं। एक बार वह हरमंदिर साहिब में संत लोगोंवाल से मिलने गए थे जहां भिंडरांवाले ने भी उनसे मिलने का वक्त मांगा। तब भिंडरांवाले का खालिस्तान मूवमेंट पर गहरा असर था। चंद्रशेखर ने भिंडरांवाले से मिलने से इंकार कर दिया। Source navbharattimes
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