इंग्लैंड के लेस्टरशर से लेकर स्मिथविक और बर्मिंघम तक हिंदुओं, उनके धर्मस्थल और समुदाय के रूप में चिह्नित स्थानों पर हो रहे हमले चिंताजनक हैं। इससे भी चिंताजनक है इंग्लैंड सहित समूचे यूरोप और पश्चिमी देशों में मुख्यधारा के मीडिया का रवैया। अगर हिंसा गैर-हिंदुओं के विरुद्ध होती तो पूरे विश्व में वह मीडिया की सुर्खियां बनती। कुछ मीडिया संस्थानों ने तो हमला झेल रहे हिंदुओं को ही दोषी ठहराने में अपनी बुद्धि लगाई। Source navbharattimes
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