हम जब रहीम के दोहे पढ़ते हैं तो सोचते हैं कि वह कबीर या रैदास जैसे कोई संत रहे होंगे। मगर ऐसा नहीं था। अब्दुल रहीम खानखाना अकबर के सेनापति और अपने समय के महत्वपूर्ण व्यक्ति थे। वह बहुत हैंडसम भी थे। यहां तक कि लोग उनका पोर्ट्रेट खरीदकर किसी मूवी स्टार की तरह घरों में टांगते थे। अकबर ने उन्हें जहांगीर का मेंटॉर बनाया था Source navbharattimes
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