आप अक्सर सुनते होंगे कि फलां ट्रेन, स्टेशन या हवाई अड्डा और संस्थान ISO सर्टिफाइड हैं। ऐसे ही बाजार में मिलने वाली ढेरों चीजों पर उन्हें सर्टिफाई करने वाले तरह-तरह के निशान देखते होंगे। इन्हीं निशानों के क्षेत्र में पिछले दिनों भारतीय मानक ब्यूरो ने नए ग्रीन स्टैंडर्ड पेश किए हैं। इसमें बोयोगैस, सिंचाई उपकरणों समेत लगभग 50 हरित मानक बनाए गए हैं। मसलन, प्लास्टिक कचरा प्रबंधन के लिए IS-14534 और इलेक्ट्रिक वीइकल चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए IS-17017 मानक। दावा है कि इससे कार्बन फुटप्रिंट कम करने के साथ सर्कुलर इकॉनमी को बढ़ावा मिलेगा। पर क्या इससे उपभोक्ताओं की मुश्किल नहीं बढ़ रही? Source navbharattimes
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