भारत को दुनिया का 'डायबिटीज कैपिटल' माना जाता है। देश में डायबिटिक लोगों की असल तादाद WHO के पिछले आंकड़ों से कहीं ज्यादा है। लांसेट में छपे ICMR के एक शोध के मुताबिक, देश में 11.4 करोड़ लोग डायबिटिक हैं, 13.6 करोड़ लोग प्री-डायबिटिक हैं। यह संख्या WHO की पिछली 7.7 करोड़ की संख्या से कहीं अधिक है। ये सब टाइप-2 के रोगी हैं। इनमें बच्चों वाली टाइप-1 के नंबर भी जोड़ दें, तो लगता है कि हम एक टाइमबम पर बैठे हैं। Source navbharattimes
0 टिप्पणियाँ