नई दिल्ली : लोकसभा में मंगलवार से अगले तीन दिनों तक अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी। मणिपुर हिंसा पर संसद के दोनों सदनों में लगातार हमलावर पक्ष इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग करता रहा है। जब वह सदन में मणिपुर पर पीएम की चुप्पी तोड़ने में नाकाम रहा तो उसने अविश्वास प्रस्ताव का सहारा लिया, ताकि सदन में पीएम को जवाब देने के लिए बाध्यकारी बनाया जा सके। विपक्ष जानता है कि सदन में संख्या बल उसके पक्ष में नहीं है, बावजूद इसके वह प्रस्ताव के जरिए सरकार को घेरना चाहता है। इस चर्चा से पांच अहम संदेश निकलेंगे। Source navbharattimes
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