हाल ही में फ्यूचर ब्रांड इंडेक्स 2020 जारी हुआ। भारत की दो कंपनियां रिलायंस और टीसीएस इसमें जगह बनाने में सफल रहीं। पहली बार इस इंडेक्स में जगह बनाने वाली रिलायंस लिस्ट में दूसरे नंबर पर है। खास बात ये कि टॉप टेन में शामिल बाकी सभी कंपनियों में रिलायंस का मार्केट कैप सबसे कम है। मार्केट कैप के लिहाज से जारी होने वाली प्राइस वाटरहाउस कूपर (पीडब्ल्यूसी) की टॉप-100 कंपनियों की जून की लिस्ट में रिलायंस 59वें नंबर पर थी। यानी, रिलायंस मार्केट कैप के लिहाज से अपने से बड़ी 57 कंपनियों से भी बेहतर फ्यूचर ब्रांड है।
इस रिपोर्ट में हम फ्यूचर ब्रांड इंडेक्स में टॉप-10 कंपनियों, उनकी पीडब्ल्यूसी रैंकिंग, उनका मार्केट कैप, अलग-अलग सेक्टर की टॉप-5 कंपनियों और उनकी पीडब्ल्यूसी रैंकिंग के बारे में जानेंगे
सबसे पहले बात फ्यूचर ब्रांड इंडेक्स की। आखिर ये होता क्या है? दरअसल, किसी भी कंपनी को इस इंडेक्स में जगह, लोगों के बीच कंपनी का ब्रांड परसेप्शन के आधार पर मिलती है। यानी इंडेक्स को बनाने से पहले इस बात की रिसर्च की जाती है कि, कस्टमर और यूजर के बीच कौन सी कंपनी की इमेज ज्यादा अच्छी है। किसका सामान लोग ज्यादा खरीदना पसंद करेंगे।
इस रिसर्च से इस बात का अंदाजा लगाया जाता है कि वो कौन सी कंपनियां हैं जिनकी ब्रांड वैल्यू फ़्यूचर में ज्यादा होगी। उन्हीं में से टॉप -100 को इस इंडेक्स में जगह मिलती है। लेकिन, इसका मतलब यह नहीं कि ये कंपनियां दुनिया की सबसे बड़ी 100 कंपनियां हैं। इंडेक्स में सौ नंबर पर आने वाली कंपनी मार्केट कैप के लिहाज से एक नंबर पर आने वाली कंपनी से बड़ी हो सकती है।
माइक्रोसॉफ्ट से 10 गुनी छोटी कंपनी रिलायंस नंबर 2 पर, माइक्रोसॉफ्ट नंबर 7 पर
रिलायंस नेे ऑयल और गैस पर निर्भरता कम करके जियो पर निर्भरता बढ़ाई है। रिलायंस जियो का मार्केट बेस बढ़ता जा रहा है और उसे नए और बड़े निवेशक भी मिल रहे हैं। इससे रिलायंस का ब्रांड परसेप्शन बेहतर हुआ है। इसीलिए पीडब्ल्यूसी लिस्ट में 59 नंबर की कंपनी रिलायंस फ़्यूचर ब्रांड इंडेक्स में नंबर 2 पर है।
पीडब्ल्यूसी के मुताबिक़ रिलायंस का मार्केट कैप 11 लाख करोड़ का है, जबकि फ़्यूचर ब्रांड इंडेक्स में उससे नीचे और ऊपर की सभी कंपनियों की मार्केट कैप उससे ज्यादा है। माइक्रोसॉफ्ट का मार्केट कैप 113 लाख करोड़ का है, जो रिलायंस से 10 गुना से भी ज्यादा है। फ़्यूचर ब्रांड इंडेक्स में उससे नीचे एनवीडिया की मार्केट कैप लगभग 17 लाख करोड़ है, जो रिलायंस से 43% ज्यादा है।
कंज्यूमर गुड्स सेक्टर के पांच फ्यूचर ब्रांड्स में चीन की लिकर कंपनी मोतई टॉप पर है। इसका मार्केट कैप 19 लाख 48 हजार करोड़ है। दूसरे नंबर पर स्पोर्ट्स गुड्स कंपनी नाइकी है। टोयोटा, लोरियल और टेस्ला भी टॉप पांच फ्यूचर ब्रांड्स की लिस्ट में शामिल हैं।
टेक्नोलॉजी सेक्टर के लिहाज से देखा जाए तो एपल टॉप पर है। नंबर तीन पर कंप्यूटर चिप बनाने वाली अमेरिकी कंपनी एनवीडिया है। एनवीडिया की फ्यूचर ब्रांड रैंकिंग माइक्रोसॉफ्ट से भी ज्यादा है। पीडब्ल्यूसी की लिस्ट में माइक्रोसॉफ्ट दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी कंपनी है जबकि एनवीडिया 25वें नंबर पर है। माइक्रोसॉफ्ट की मार्केट कैप 112 लाख करोड़ है। वहीं, एनवीडिया का मार्केट कैप करीब 17 लाख करोड़ है।
टेलीकॉम सेक्टर से फ्यूचर ब्रांड इंडेक्स की टॉप-5 कंपनियों में कोई भी भारतीय कंपनी नहीं है। कभी भारत में सबसे सस्ता प्लान लॉन्च करने वाली कंपनी डोकोमो इस लिस्ट में नंबर एक पर है। एनटीटी नंबर दो पर है। इन दोनों कंपनियों की फ्यूचर ब्रांड रैंकिंग 63 और 71 है। जबकि ये दोनों कंपनियां पीडब्ल्यूसी के टॉप-100 लिस्ट से ही बाहर हैं। चाइना मोबाइल, एटी&टी और वराइजन नंबर तीन, चार और पांच पर हैं। इनकी पीडब्ल्यूसी रैंकिंग 63, 28 और 26 है। डोकोमो जापान की मोबाइल ऑपरेटर है।
पेट्रोलियम सेक्टर की रिलायंस सबसे बड़ी फ्यूचर ब्रांड है। इंडेक्स में रिलायंस नंबर 2 पर है जबकि पीडब्ल्यूसी रैंकिंग में 59वें नंबर पर। रिलायंस की फ्यूचर ब्रांड वैल्यू अरामको से ज्यादा आंकी गई है। अरामको मार्केट कैप के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है।
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