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भारत में CAA-NRC और कृषि कानूनों के विरोध से लेकर अमेरिका में फ्लॉयड की हत्या तक, जानिए साल के टॉप 15 विवाद

2020 इंसानियत के लिए सबसे खराब सालों में से एक माना जा रहा है। अमेरिका की चर्चित टाइम मैगजीन ने भी यही कहा है। कोरोना महामारी से अब तक 7.5 करोड़ से ज्यादा लोग पीड़ित हैं और 15 लाख से ज्‍यादा की जान जा चुकी है।

अकेले भारत में एक करोड़ लोग वायरस की चपेट में आ चुके हैं। 2020 सिर्फ कोरोना के नाम नहीं रहा, इस साल विवाद भी जमकर हुए। भारत में 2020 की शुरुआत संशोधित नागरिकता कानून यानी CAA और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस यानी NRC के विरोध-प्रदर्शन से हुई तो इसका अंत कृषि कानूनों के विरोध पर हो रहा है।

उधर, अमेरिका में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की 25 मई को हुई हत्या ने राष्ट्रपति ट्रंप की कुर्सी हिला दी। जबकि, कोरोना फैलाने को लेकर चीन पर अब भी विवाद बना हुआ है। चलिए देखते हैं देश और दुनिया के 15 सबसे बड़े विवाद...

अमेरिका का आरोप: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ये कोरोना नहीं, चीनी वायरस है। दुनिया की अर्थव्यवस्‍थाओं को ध्वस्त करने के लिए चीन ने इसे फैलने दिया। बीमारी छिपाई, झूठ बोले, भ्रम फैलाए।

चीन का पलटवार: चीनी सरकार का दावा- 'कोरोना दूसरे देशों से, खासकर अमेरिका से आयात किए गए खाने के जरिए आया।' चीन ने यह भी कहा कि वायरस प्राकृतिक है। यह लैब में नहीं बना। कम्युनिस्ट सरकार ने सबसे पहले कोरोना वायरस फैलने की खबर देने वाले वुहान अस्पताल के डॉ. ली वेंलियांग को धमकी दी। हालांकि उनकी मौत के बाद इस पर माफी भी मांगी।

पांच देश कर रहे जांच: सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका, यूके, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और कनाडा मिलकर कोरोना फैलाने वाले की जांच कर रहे हैं।

प्रदर्शनकारियों का आरोप: सरकार CAA और NRC के जरिए एक विशेष धर्म के लोगों को निशाना बना रही है।

सरकार का जवाब: गृहमंत्री अमित शाह ने संसद में कहा- 'CAA भारतीयों की नागरिकता छीनने के लिए नहीं, दूसरे देशों में धार्मिक कारणों से उत्पीड़ित शरणार्थियों को नागरिकता देने के लिए है।'

सुप्रीम कोर्ट में है मामला: कोरोनावायरस के कारण पुलिस ने शाहीन बाग से प्रदर्शनकारियों को हटा दिया। मामले पर सुप्रीम कोर्ट में 144 याचिकाएं दाखिल हुईं। सुनवाई जारी है।

सुशांत के फैन्स का आरोप: बॉलीवुड के नेपोटिज्म गैंग ने सुशांत से फिल्में छीनीं। अवॉर्ड नाइट्स में उनकी बेइज्जती की। उन्हें आत्महत्या के लिए मजबूर किया।

सुशांत के परिवार का आरोप: रिया ने साजिश रची। सुशांत को परिवार से दूर किया और चोरी से ड्रग्स देती रहीं। रिया ही सुशांत की मौत के लिए जिम्मेदार हैं।

रिया का पक्षः सुशांत अपने परिवार से परेशान थे। पहले से ड्रग्स लेते थे। उन्हें बाइपोलर डिसऑर्डर था।

सीबीआई और एनसीबी की जांच जारी: सुशांत की मौत की जांच सीबीआई कर रही है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) मौत में ड्रग्स की भूमिका की जांच कर रही है। रिया और भाई शोविक को ड्रग्स मामले में जमानत मिल गई है।

कंगना का आरोप: सुशांत मौत मामले में मुंबई पुलिस ने कुछ खास लोगों को बचाया। आवाज उठाने पर सरकार ने डराने के लिए ऑफिस ढहा दिया।

महाराष्ट्र सरकार की सफाई: कंगना ने अवैध निर्माण कराया था। इसलिए बीएमसी ने अपना काम किया। दूसरी तरफ शिवसेना सांसद संजय राउत ने कंगना के लिए आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया। हालांकि बाद में सफाई दी कि उनका मतलब कंगना को नॉटी गर्ल बताना था।

हाईकोर्ट ने हर्जाना देने को कहा: बॉम्बे हाईकोर्ट ने कंगना का ऑफिस गिराने पर BMC को फटकार लगाई और कार्रवाई को गैरकानूनी बताया। कंगना की 2 करोड़ के हर्जाने की मांग पर सर्वेयर मार्च 2021 में हाईकोर्ट को रिपोर्ट सौंपेगा।

एक खेमे का आरोप: भाजपा सांसद रवि किशन ने लोकसभा में कहा कि फिल्म इंडस्ट्री ड्रग्स की चपेट में है। भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने करण जौहर की एक पार्टी में ड्रग्स के इस्तेमाल का दावा किया था।

दूसरे खेमे का जवाब: सपा सांसद जया बच्चन ने राज्यसभा में कहा- 'ड्रग्स के नाम पर बॉलीवुड को बदनाम करने की साजिश है।'

NCB जांच में जुटी: कॉमेडियन भारती सिंह, उनके पति हर्ष को जमानत मिल गई है। NCB का दावा कि उसके पास कुछ बड़े एक्टर्स के ड्रग्स लेने की जानकारी है। नाम सामने नहीं आए हैं।

पुलिस का आरोप: मरकज ने कोरोना बचाव के लिए जारी निर्देश नहीं माना। जानबूझकर संक्रमण फैलने दिया, लापरवाही बरती। जनता कर्फ्यू के वक्त तबलीगी जमात के दो से ढाई हजार लोग एक ही जगह इकट्ठा थे।

जमात का जवाब: जनता कर्फ्यू के ऐलान से पहले लोग जमा हो चुके थे। रेलवे सेवा रुकने और पुलिस-प्रशासन से लोगों को घर भेजने में सहयोग नहीं मिला।

अदालत में केस: कोर्ट ने मरकज में शामिल 36 विदेशी आरोपियों को जमानत दे दी है। कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को गृह मंत्रालय से लिस्ट लेकर बिना किसी टेस्ट आइडेंटिटी परेड की गिरफ्तारी के लिए फटकार लगाई।

आयुष मंत्रालय का आरोप: रामदेव की दवा लॉन्चिंग के बाद आयुष मंत्रालय ने कहा- 'ऐसी किसी दवा के बारे में नहीं पता। इसकी बिक्री न की जाए।'

पतंजलि की सफाई: पतंजलि के चेयरमैन बाल कृष्‍ण ने कहा, 'कम्यूनिकेशन गैप हुआ। इलाज नहीं रोकथाम के लिए है। नाम बदलकर दिव्य श्वासारि कोरोनिल किट रखा।'

जबरदस्त बिक्री: चार महीने में पतंजलि ने 250 करोड़ रुपये की 25 लाख दिव्य श्वासारि कोरोनिल किट बेच दी है।

कांता प्रसाद का आरोप: यूट्यूबर ने चुपचाप वीडियो शूट किया। बिन बताए लोगों से पैसे भेजने की अपील की। अकाउंट नंबर अपने दोस्तों के दिए। मदद में मिले पूरे पैसे नहीं दिए।

गौरव वासन का जवाब: अब किसी की मदद करने से पहले सोचना पड़ेगा। बाबा का ढाबा के संबंध में पैसे के लेन-देन की पूरी जानकारी पुलिस को दे दी है।

जारी है टकराव: गौरव ने पुलिस को बैंक स्टेटमेंट दे दिया है। पुलिस जांच कर रही है। हाल ही में कांता प्रसाद ने शिकायत की है कि गौरव उन्हें जान से मारने की धमकी दी है।

किसानों का आरोप: आंदोलनकारी किसानों ने कहा, 'तीन नए कृषि कानून से MSP खत्म होगी, जमाखोरी बढ़ेगी। मंडियां खत्म होंगी और बिजनेसमैन किसानों पर हावी हो जाएंगे।'

सरकार का जवाब: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि MSP बरकरार रहेगी। निजी मंडियों पर राज्य सरकारें टैक्स लगा सकेंगी। कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग से किसानों को उचित मूल्य मिलेगा।

सिंघु बॉर्डर पर डटे हैं किसान: हजारों की संख्या में किसान दिल्ली के सिंघु समेत कई बॉर्डर प्वाइंट पर डटे हुए हैं। सरकार और किसानों के बीच बातचीत से हल नहीं निकल पा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने बातचीत के लिए एक्सपर्ट कमेटी बनाने को कहा है। साथ ही इन कानूनों को होल्ड करने पर राय मांगी है।

विराट का आरोप: कप्तान ने कहा कि टीम मैनेजमेंट को रोहित के ऑस्ट्रेलिया टूर पर नहीं जाने की खबर नहीं थी।

रोहित का बचाव: सवाल उठने के बाद BCCI ने रोहित शर्मा की हेल्‍थ अपडेट जारी की। बताया कि वे चोट से उबर रहे हैं।

ऑस्ट्रेलिया पहुंचे रोहित: कोहली के बयान के बाद रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया पहुंच गए हैं। लेकिन 14 दिन क्वारैंटाइन होंगे। तीसरे टेस्ट में उनके वापसी की उम्मीद है।

प्रदर्शनकारियों का आरोप: ट्रंप के शासन में श्वेतों का अहंकार बढ़ा। अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की गर्दन, घुटने से दबाने वाला श्वेत पुलिसकर्मी अहंकार से भरा था।

ट्रंप के दो बयान: ट्रंप ने पहले ट्वीट ने किया, 'लूटपाट हुई तो गोली मारना शुरू कर देंगे।' उनका इशारा अश्वेत प्रदर्शनकारियों की ओर था। इसके बाद ट्रंप ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में तंज किया- 'अमेरिका में नौकरियों की हालत सुधर रही है। जॉर्ज फ्लॉयड ऊपर से देख रहे होंगे। यह उनके लिए महान दिन है।' उनके इस बयान के बाद विवाद और बढ़ गया।

कोर्ट में है मामला: पूछताछ के दौरान फ्लॉयड की हत्या में शामिल रहे पुलिसकर्मियों डेरेक शॉविन, थॉमस लेन, जे एलेक्जेंडर और टाउ थाओ को नौकरी से निकालकर हत्या का मुकदमा चला।

ट्रंप का पक्षः चुनाव में पोस्टल बैलेट से डाले गए वोटों में हेरफेर की गई। चुनाव के बाद वोटों की गिनती में धांधली की गई।

जो बाइडेन का पक्षः अमेरिका के प्रेसिडेंट इलेक्ट ने कहा कि चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष हुए।

सुप्रीम कोर्ट सुनाएगा फैसलेः दो राज्यों लगे धांधली के आरोपों को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया। अन्य राज्यों के मामले में 6 जनवरी तक फैसले आएंगे।

ट्रंप का आरोप: अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, ' WHO और चीन ने मिलीभगत की। दोनों कोरोना फैलने की जानकारी दबाए रहे। लोगों में भ्रम फैलाया।' इसके बाद अमेरिका ने WHO की फंडिंग रोक दी।

WHO की सफाई: WHO आरोपों खारिज कर दिया और अमेरिका से फंडिंग बहाल करने को कहा। दावा किया कि फंडिंग रुकने से पूरी दुनिया को नुकसान होगा।

तनाव कम होने के आसार नहींः अमेरिका में जो बाइडेन के नए राष्ट्रपति चुने के जाने के बावजूद WHO से तनाव कम होने के आसार नहीं। बाइडेन इस मामले में चीन और WHO के खिलाफ हैं।

प्रदर्शनकारियों का आरोप: अमेरिका ने ईरान की कुद्स फोर्स के कमांडर सुलेमानी को आतंकी घोषित किया और 3 जनवरी को ड्रोन से हमला कर उनकी हत्या कर दी। यह गैरकानूनी है।

अमेरिका की सफाई: अमेरिका में सबसे पहले सुलेमानी को मारने की जिम्मेदारी ली। उसने कहा कि अमेरिकी नागरिकों की रक्षा के लिए ईरानी कमांडर को मारा गया। सुलेमानी दिल्ली से लेकर लंदन तक हुए आतंकी हमलों में शामिल था।

धीमा पड़ गया है प्रदर्शन: ईरान में शुरुआती प्रदर्शनों में भारी संख्या में लोग सड़कों पर उतरे। ईरान ने कड़ा बदला लेने की घोषणा की और 7 जनवरी को ईरानी सेना ने इराक में अमेरिकी ठिकानों पर मिसाइल दागीं। पेंटागन ने 110 जवानों के घायल होने की बात कही। इसके बाद विवाद थम गया।

कैरेमिनाटी का आरोप: टिकटॉकर्स एक धर्म विशेष के लिए वीडियो बनाते हैं और नफरत फैलाते हैं। इन्हें बैन कर देना चाहिए।

टिकटॉकर्स ने घेरा: कैरेमिनाटी जैसे लोग टिक टॉक के कम समय में ज्यादा मशहूर होने से जल रहे थे। लगातार टिक टॉक को निशाना बनाया। ऐप के बैन में यूट्यूबर्स की भी एक भूमिका है।

ऑनलाइन विवाद अब भी जारी: भारत में टिक टॉक बैन होने के बाद टिकटॉकर्स ने यूट्यूब पर अकाउंट बनाए। अब यहां दोनों पक्षों की भिड़ंत जारी है। जबकि, चीनी कंपनी बाइटडांस टिक टॉक समेत दूसरे ऐप्स की बहाली के लिए भारत सरकार से बात कर रही है।



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Source http://bhaskar.com

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