दुर्भाग्य देखिए कि कांग्रेस ने कन्हैया और जिग्नेश को पार्टी का अंग बनाने की पत्रकार वार्ता को व्यापक रूप देने की रणनीति बनाई लेकिन पंजाब का घटाटोप भारी पड़ गया। राहुल गांधी पत्रकार वार्ता से अलग रहे और पंजाब के बारे में पूछे गए प्रश्नों का जवाब दिए बिना 24, अकबर रोड से बाहर निकल गए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जिस तरह नेहरू इंदिरा परिवार के विरुद्ध आवाज उठा रहे हैं वैसा कांग्रेस के इतिहास में देखा नहीं गया। Source navbharattimes
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