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सर्फ एक्सल, तनिष्क, मान्यवर...और अब CEAT, जब मजहबी टच लिए विज्ञापनों पर मचा हंगामा

कंपनियां अपने प्रोडक्ट्स की अच्छी बिक्री के लिए विज्ञापनों पर मोटा खर्चा करते हैं। कई बार कंपनियां बहुत ही इमोशनल एड्स भी बनाते हैं। जैसे रक्षाबंधन पर ही देख लीजिए कैडबरी चॉकलेट का। भाई-बहन के अटूट प्यार पर बने इस विज्ञापन ने करोड़ों लोगों की आंखें नम कर दी। खुद आप भी जब वो खीर खाते हुए भाई से जब बहन पूछती है कि कैसा लगा तो वो तारीफों की झड़ी लगा देता है लेकिन असर में खीर में चीनी की जगह नमक मिला होता।

पिछले कुछ सालों से देखा जा रहा है कि अक्सर त्योहारों के आस-पास विज्ञापनों पर विवादों होता रहा है। चाहे दिवाली हो, होली हो या फिर रमजान। कुछ ऐसे विज्ञापन बनाए जाते हैं जिनको लेकर सोशल मीडिया पर विवाद होता ही है। जैसे सर्फ एक्सेल, तनिष्क और अब सीएट टायर का एड। कई ऐसे विज्ञापन भी कंपनियों ने बनाए हैं जो हिंदू-मुस्लिम एकता पर बनाए गए हैं और यकीन मानिए ऐसे विज्ञापनों ने करोड़ों लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया। उदाहरण के तौर पर रेड लेबल चाय का गणेश चतुर्थी वाला विज्ञापन ही देख लीजिए।


Controversial Ad: तनिष्क, सर्फ एक्सल, सीएट टायर...इन विज्ञापनों पर खूब हुआ हो हल्ला

कंपनियां अपने प्रोडक्ट्स की अच्छी बिक्री के लिए विज्ञापनों पर मोटा खर्चा करते हैं। कई बार कंपनियां बहुत ही इमोशनल एड्स भी बनाते हैं। जैसे रक्षाबंधन पर ही देख लीजिए कैडबरी चॉकलेट का। भाई-बहन के अटूट प्यार पर बने इस विज्ञापन ने करोड़ों लोगों की आंखें नम कर दी। खुद आप भी जब वो खीर खाते हुए भाई से जब बहन पूछती है कि कैसा लगा तो वो तारीफों की झड़ी लगा देता है लेकिन असर में खीर में चीनी की जगह नमक मिला होता।



सुर्खियों में विज्ञापन
सुर्खियों में विज्ञापन

पिछले कुछ सालों से विज्ञापनों पर काफी विवाद देखा जा रहा है। यहां पर हम आपको कुछ ऐसे ही विज्ञापनों का जिक्र कर रहे हैं जो काफी विवादों में रहे।



आपको झकझोर देगा हिंदू-मुस्लिम एकता पर बना ये एड
आपको झकझोर देगा हिंदू-मुस्लिम एकता पर बना ये एड

रेड लेबल चाय के एक विज्ञापन ने न केवल करोड़ों लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया बल्कि भारत की गंगा जमुनी तहजीब का एक जीता जागता उदाहरण पेश किया। इस एड में एक बुजुर्ग गणपति बप्पा की मूर्ति सजा रहे होते हैं। तभी एक लड़का वहां पर आता है और पूछता है, 'भइया हमें पहली बार बप्पा को घर पर विराजमान करना है कुछ स्पेशल गणेश प्रतिमा दिखा दीजिए। वो बुजुर्ग उस लड़के के साथ आते हैं और कई सारी गणेश प्रतिमाएं दिखाते हैं और हर प्रतिमा के बारे में भी बताते हैं। वो लड़का उनसे पूछता है कि आपको बहुत जानकारी है तो वो बस मुस्करा देते हैं। इसके बाद वो लड़के को चाय के लिए पूछते हैं। तभी अचानक अज़ान की आवाज सुनाई देती है वो बुजुर्ग अपनी टोपी लगाकर नमाज पढ़ने के लिए जाते हैं, तभी लड़का बोलता है कि अब मूर्ति नहीं लेना। तो बुजुर्ग बोलते हैं कि हां, नमाज अदा करने वाले हाथ बप्पा को सजाएंगे हैरानी तो होगी। बस इसके बाद वो लड़का चाय पीता है और फिर वहां से मूर्ति लेकर जाता है।



CEAT टायर के विज्ञापन पर नया विवाद
CEAT टायर के विज्ञापन पर नया विवाद

सोशल मीडिया पर फिर एक बार एक नए विज्ञापन को लेकर बहस छिड़ गई है। यूजर्स इस एड को धार्मिक चश्मे से देख रहे हैं। सुबह से ही #Boycott_Hinduphobic_CEAT, #hinduphobia ट्रेंड कर रहा है। इस विज्ञापन में आमिर खान हाथों पर कुछ पटाखे लिए हुए नजर आ रहे हैं और कह रहे हैं कि अनार बम, सुतली बम, चकरगिन्नी आज हमारी टीम अगर छक्के छुड़ाती है तो हम भी पटाखे फुड़ाएंगे। लेकिन कहां? सोसायटी के अंदर रोड गाड़ी चलाने के लिए है, पटाखे जलाने के लिए नहीं।



यूजर्स ने हर्ष गोयनका की सोच पर उठाए सवाल
यूजर्स ने हर्ष गोयनका की सोच पर उठाए सवाल

इसके बाद विज्ञापन में काफी सारे बच्चे पटाखे फोड़ते हुए नजर आएंगे। अब इसके बाद यूजर्स का कहना है कि रोड में पटाखे नहीं जला सकते हैं क्योंकि वो वाहनों के लिए हैं तो सड़कों पर नमाज क्यों पढ़ी जाती है। यूजर्स आपस में इस तरह से एक दूसरे को दलीलें दे रहे हैं और सीएट ग्रुप के हर्ष गोयनका की सोच पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं।



विवादों के बाद तनिष्क को हटाना पड़ा था एड का सीन
विवादों के बाद तनिष्क को हटाना पड़ा था एड का सीन

लगभग एक साल पहले। अक्टूबर के महीने में ही जूलरी ब्रांड तनिष्क के एक विज्ञापन पर काफी विवाद हुआ था। विवाद इतना बढ़ गया था कि तनिष्क को कुछ सीन तक हटाने पड़ गए थे और सफाई भी दी थी। तनिष्क के विज्ञापन में एक हिंदू महिला की गोदभराई की रस्म को दिखाया गया था। इस लड़की की शादी मुस्लिम परिवार में हुई है। इसमें हिंदू संस्कृति को ध्यान में रखते हुए मुस्लिम परिवार सभी रस्मों रिवाजों को हिंदू धर्म के हिसाब से करता दिखाया गया है। विज्ञापन में गर्भवती महिला अपनी सास से पूछती है, मां ये रस्म तो आपके घर में होती भी नहीं है, इस पर उसकी सास जवाब देती है कि बिटिया को खुश रखने की रस्म तो हर घर में होती है न। विज्ञापन को लव जिहाद को बढ़ावा देने के आरोप लगने और सोशल मीडिया पर तनिष्क के बहिष्कार की अपीलों के बाद कंपनी ने विज्ञापन को वापस ले लिया।



​सर्फ एक्सेल का विवादित विज्ञापन 'दाग अच्छे हैं'
​सर्फ एक्सेल का विवादित विज्ञापन 'दाग अच्छे हैं'

वाशिंग पाउडर सर्फ एक्सेल के एक विज्ञापन पर काफी विवाद हुआ था। ये विज्ञापन होली के त्योहार के पहले आया था और इसी को ध्यान में रखकर बनाया गया है। विज्ञापन को देखने में ये हिंदू-मुस्लिम एकता का संदेश जैसा नजर आता है मगर लोगों ने इसमें भी धार्मिक रंग देख लिया और फिर विवाद बढ़ता चला गया।

विज्ञापन की टैगलाइन पुरानी है, ‘दाग अच्छे हैं’ लेकिन विज्ञापन का विचार नया था। एक मिनट के इस विज्ञापन (नीचे उसका वीडियो) में एक बच्ची अपने दोस्तों को चुनौती देती है, उस पर रंग डालने की। इस दौरान सभी बच्चों के पास रंग खत्म हो जाता है और मुख्य किरदार निभा रही वही बच्ची अपने एक मुस्लिम दोस्त को साइकिल पर बिठाकर मस्जिद तक छोड़कर आती है। जाते समय बच्चा उससे कहता है। ‘नमाज पढ़कर आता हूं’ तो उस बच्ची का ज़वाब, ‘बाद में रंग पड़ेगा।’ इस पर भी काफी विवाद हुआ था।



आलिया भट्ट का कन्यादान एड पर भारी विवाद, शिकायत दर्ज
आलिया भट्ट का कन्यादान एड पर भारी विवाद, शिकायत दर्ज

अभी हाल ही में एक एड काफी विवादों पर रहा। इस विज्ञापन के लीड रोल में थीं बॉलीवुड एक्ट्रेस आलिया भट्ट। इस एड में दिखाया गया है कि आलिया भट्ट दुल्हन के रूप में सजी हैं और शादी के मंडप पर बैठी हैं और वो अपनी मायके की यादें ताजा करते हुए इमोशनल हो रही हैं। इसके साथ उन्होंने मां-बाप और अपनी परवरिश के बारे में बात करते हुए आलिया ‘कन्यादान’ की परंपरा पर सवाल उठाया गया है। जो लोगों को बिलकुल पसंद नहीं आ रहा है। दरअसल शिकायतकर्ता ने एक ब्राइडल वियर ब्रांड के उनके नवीनतम विज्ञापन के शिकायत भी दर्ज करा दी है। शिकायतकर्ता को लगता है कि आलिया भट्ट ने हिंदू भावनाओं को आहत किया है और कन्यादान को प्रतिगामी तरीके से दिखाया है। मामले में मान्यवर कंपनी और आलिया भट्ट के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है।



Source navbharattimes

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