DIGITELNEWS पर पढ़ें हिंदी समाचार देश और दुनिया से,जाने व्यापार,बॉलीवुड समाचार ,खेल,टेक खबरेंऔर राजनीति के हर अपडेट

 

जानिए क्यों कादर खान की मां की मौत का किसी नहीं किया यकीन

नई दिल्ली। बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर कादर खान भले ही इस दुनिया में नहीं हो लेकिन उनके काम को हमेशा याद किया जाता है। उन्होंने 44 साल तक अपनी एक्टिंग से लोगों को कभी हंसाया तो कभी रुलाया। उन्होंने फिल्मों में अलग-अलग तरह के किरदार निभाए हैं। एक्टिंग के अलावा, उन्होंने निर्देशक, प्रोडक्शन, स्क्रिप्ट राइटिंग और डायलॉग राइटिंग जैसे तमाम काम किए हैं। साल 1973 में फिल्म दाग से उन्होंने अपना बॉलीवुड डेब्यू किया था। जिसके बाद उन्होंने तीन सौ से ज्यादा फिल्मों में काम किया। हालांकि, उनका ये सफर बिल्कुल भी आसान नहीं था। उन्होंने अपनी जिंदगी में कई ऐसे पल भी देखे जिनकी कल्पना नहीं की जा सकती है।

कादर खान का जन्म अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हुआ था। लेकिन उनके जन्म से पहले उनकी तीन भाईयों की मौत हो चुकी थी। ऐसे में उनके माता-पिता उन्हें लेकर मुंबई में आ गए। लेकिन उसके कुछ वक्त बाद कादर खान की जिंदगी में ऐसा दिन आया जिसके बारे में उन्होंने कभी नहीं सोचा था।

यह भी पढ़ें: अगर वो धोबी न होता तो अमजद खान नहीं बन पाते गब्बर सिंह, जानिए क्या है पूरी कहानी

इस बारे में खुद कादर खान ने बताया था कि एक दिन जब वो एक शो करने के बाद घर लौटे तो देखा की उनकी मां खून की उल्टियां कर रही थीं। मां की हालत देखकर वह बुरी तरह घबरा गए थे। वह दौड़कर डॉक्टर के पास गए लेकिन डॉक्टर ने उनके घर आने से मना कर दिया। इस बात से कादर खान को बुरी तरह गुस्सा आ गया और डॉक्टर को जबरन खींच कर अपने घर ले गए।डॉक्टर को जबरन खींच कर अपने घर ले गए। इसके बाद डॉक्टर ने उनकी मां को देखा। उन्होंने उनकी नब्ज चेक की तो तब तक वह इस दुनिया को छोड़कर जा चुकी थीं।

यह भी पढ़ें: जब सुनील दत्त को ढूंढते हुए सेट पर अचानक पहुंच गई थीं नरगिस, पास बैठे पति को पहचान भी नहीं पाई थीं

डॉक्टर ने कादर खान से कहा कि उनकी मां की मौत हो चुकी है। ये सुनकर कादर खान पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था। उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा था कि उनकी मां अब इस दुनिया में नहीं रहीं। लेकिन इससे भी बुरा तब हुआ जब उन्होंने मां की मौत की खबर अपने रिश्तेदारों की तो किसी ने भी उनकी बात पर भरोसा नहीं किया। सभी ने उनसे कहा कि मां को लेकर ऐसा मजाक करना ठीक नहीं हुआ। उनके रिश्तेदारों को इसलिए यकीन नहीं हुआ क्योंकि उस दिन एक अप्रैल था। ऐसे में सभी को लगा को वह मजाक कर रहे हैं। कादर खान लगातार फोन पर रोते हुए सभी को भरोसा दिलाने की कोशिश करते रहे कि उनकी मां अब इस दुनिया में नहीं रहीं।



from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/2YEMZV3
via patrika

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ