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क्‍या अभी कोरोना की बूस्‍टर डोज भी लगवानी होगी? ICMR के वैज्ञानिक ने दिया जवाब

नई दिल्‍ली दुनिया में ही नहीं भारत में भी कोरोना की बूस्‍टर डोज लगवाने की चर्चा गरम है। खबरें तो यहां तक हैं कि को लेकर एक पॉलिसी का ऐलान इस महीने के आखिर तक हो सकता है। कुछ देशों में दोबारा कोरोना के बढ़ते मामलों से यह चिंता बढ़ी है। सवाल यह है कि क्‍या वाकई बूस्‍टर डोज की जरूरत है? क्‍या सभी को इसे लगवाना है? अभी सरकार का एजेंडा क्‍या है? इन तमाम सवालों के जवाब इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के वैज्ञानिक ने दिए हैं। देश में कई एक्‍सपर्ट्स ने बूस्‍टर डोज का सुझाव दिया है। यह सुझाव खासतौर से उनके लिए दिया गया है जिन्‍हें पहले से डायबिटीज या हाई ब्‍लड प्रेशर जैसी कोई बीमारी है। दोनों डोज लगवा चुके हेल्‍थकेयर वर्कर्स के संदर्भ में भी यही बात कही गई है। हालांकि, सरकारी सूत्रों की मानें तो अभी केंद्र का फोकस सभी को वैक्‍सीन की कम से कम एक डोज लगा देने पर है। इसे अंजाम देने के लिए 'हर घर दस्‍तक' प्रोग्राम शुरू किया गया है। इसका मकसद सभी को वैक्‍सीन लगा देना है। क्‍या बूस्‍टर डोज की जरूरत है? आईसीएमआर में इपिडेमोलॉजी और इंफेक्‍श‍ियस डिजीज डिवीजन के हेड डॉ समीरन पांडा ने कहा है कि जो वैज्ञानिक साक्ष्‍य उपलब्‍ध है, उन्‍हें देखते हुए देश में बूस्‍टर डोज की जरूरत नहीं है। पांडा बोले, 'स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय कोई भी फैसला वैज्ञानिक आधार पर लेता है। इसमें NTAGI मंत्रालय का मार्गदर्शन करता है। कोई भी पॉलिसी बनाने से पहले संबंधित विभागों और मंत्रालय की राय ली जाती है। यह पूरी तरह वैज्ञानिक आधार पर होता है। देश के भीतर अभी जो वैज्ञानिक साक्ष्‍य हैं, वे बूस्‍टर डोज की जरूरत पर बल नहीं देते हैं।' अभी किस चीज की जरूरत? पांडा ने कहा कि अगर कोई उनसे पूछे तो वह अभी यही कहेंगे कि फिलहाल फोकस 80 फीसदी आबादी को कोरोना की दोनों डोज देने पर होना चाहिए। उन्‍होंने बूस्‍टर डोज के बजाय वैक्‍सीनेशन प्रोग्राम पर फोकस करने की बात कही। क्‍या है टारगेट? इसके पहले नेशनल टास्‍क फोर्स के एक वर‍िष्‍ठ सदस्‍य ने बताया कि प्राथमिकता सबसे पहले वयस्‍क टीकाकरण कार्यक्रम को पूरा करने की होगी। उन्‍होंने कहा कि टीकाकरण पर बना राष्‍ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (NTAGI) नीतियों को अंतिम रूप देगा। टास्‍क फोर्स के सदस्‍य ने कहा, ''भारतीय महामारीविदों और देश में महामारी के हालात के आधार पर एक विस्‍तृत नीति जल्‍द आने वाली है। अगले दो हफ्तों में बैठक हो जानी चाहिए।'' उन्‍होंने कहा क‍ि पॉलिसी भले ही तैयार हो रही हो मगर जोर वयस्‍क टीकाकरण कार्यक्रम को पूरा करने पर होगा। फोकस इस बात पर रहेगा कि 31 दिसंबर तक सभी वयस्‍क लाभार्थियों को पहली डोज लग जाए।
Source navbharattimes

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