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फर्जी मार्कशीट पर BSc में एडमिशन... बीजेपी विधायक की विधानसभा सदस्‍यता समाप्‍त, अधिसूचना जारी

साक्षी श्रीवास्तव, अयोध्या गोसाईगंज से बीजेपी विधायक इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ की विधायिकी चली गई है। खब्बू तिवारी के खिलाफ एक अपराधिक मामले में कोर्ट की ओर से पांच साल की सजा सुनाई गई। इस आदेश के आधार पर जनप्रतिनिधित्व कानून के तहत उनकी विधानसभा सदस्यता समाप्त करने की अधिसूचना जारी कर दी गई है। सजा सुनाए जाने के दिन से ही उनकी विधानसभा सदस्यता समाप्त किए जाने का आदेश जारी किया गया है। पूर्व विधायक खब्बू तिवारी पर फर्जी मार्कशीट के जरिए दूसरी कक्षा में दाखिला लेने का आरोप लगा था। यह मामला वर्ष 1992 का है। करीब 29 साल बाद इस मामले पर कोर्ट ने 18 अक्टूबर 2021 को सजा सुनाई। फर्जी मार्कशीट के जरिए दूसरी कक्षा में एडमिशन लिए जाने के मामले में उनके खिलाफ पांच साल की सजा सुनाई गई है। इस सजा के आधार पर उनकी विधानसभा की सदस्यता समाप्त हो गई है। इस मामले में खब्बू तिवारी के साथ-साथ तीन अन्य लोगों को सजा सुनाई गई है। साकेत महाविद्यालय के प्राचार्य ने दर्ज कराया था मामला साकेत महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर यदुवंश राम त्रिपाठी ने पूर्व विधायक खब्बू तिवारी के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। दर्ज कराई गई रिपोर्ट में आरोप लगा था कि इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू ने वर्ष 1990 में बीएससी प्रथम वर्ष की मार्कशीट में हेराफेरी करके बीएससी द्वितीय वर्ष में प्रवेश लिया। फूलचंद यादव (पूर्व अध्यक्ष, साकेत महाविद्यालय) ने वर्ष 1986 में बीएससी प्रथम वर्ष की मार्कशीट में फर्जी तरीके से बीएससी द्वितीय वर्ष में प्रवेश लिया। वहीं, कृपा निधान तिवारी (संरक्षक, चाणक्य परिषद) ने 1989 में बीए तृतीय साल की मार्कशीट में फर्जी तरीके से बदलाव करके एलएलबी में प्रवेश लिया था। कोर्ट ने इन तीनों मामलों पर सुनवाई के बाद सजा सुनाई। एमपी-एमएलए कोर्ट ने भी दी है सजा पूर्व विधायक के खिलाफ एमपी-एमएलए कोर्ट ने भी पांच साल की सजा सुनाई है। हालांकि, उन्होंने इस मामले में हाईकोर्ट में अपील की है। लेकिन, फर्जी सर्टिफिकेट मामले में दोषी पाए जाने और सजा के ऐलान के बाद विधायिकी जाने के मामले ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। एमपी-एमएलए कोर्ट की सजा के खिलाफ और जमानत के लिए खब्बू तिवारी ने हाई कोर्ट में अपील की है। हाई कोर्ट में बहस पूरी होने के बाद कोर्ट ने अपना फैसला 13 दिसंबर के लिए सुरक्षित रख लिया है। पूर्व विधायक और समर्थक हुए मायूस विधायिकी जाने की खबर ने खब्बू तिवारी और उनके समर्थकों को मायूस कर दिया है। खब्बू तिवारी बीजेपी से वर्ष 2017 में विधनसभा चुनाव जीते थे। इससे पहले वे समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर भी चुनाव लड़ चुके हैं। पूर्व विधायक के खिलाफ अब तक सात आपराधिक मामले दर्ज हो चुके हैं। उन्हें हत्या और धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया गया जा चुका है।
Source navbharattimes

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