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Omicron : दक्षिण अफ्रीका में पहचाने जाने से काफी पहले ही भारत में फैल रहा था ओमीक्रोन?

बेलगावी कर्नाटक में दो लोगों के ओमीक्रोन वेरिएंट से संक्रमित पाए जाने के बाद एक्सपर्ट्स और वायरलॉजिस्ट्स ने कहा है कि भारत में कोरोना का यह नया स्ट्रेन शायद बहुत पहले से फैल रहा था। एक एक्सपर्ट ने तो यह भी आशंका जताई है कि दक्षिण अफ्रीका में पहचाने जाने से बहुत पहले, यहां तक कि पहली और दूसरी लहर के दौरान भी भारत में यह वेरिएंट मौजूद रहा हो। बस उस वक्त इसकी पहचान नहीं हो पाई हो। बिना किसी ट्रैवल हिस्ट्री वाले शख्स के ओमीक्रोन से संक्रमित होना भी साफ तौर पर इसी तरफ इशारा कर रहा है। एक्सपर्ट्स ने ओमीक्रोन से संक्रमित 46 साल के बेंगलुरु-बेस्ड डॉक्टर के केस का हवाला दिया है। डॉक्टर देश से बाहर गए ही नहीं थे। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हो सकता है कि डॉक्टर किसी मरीज के जरिए ओमीक्रोन से संक्रमित हुए हों। 'पहली-दूसरी लहर के दौरान भी फैल रहा होगा ओमीक्रोन' देश के जाने-माने वायरलॉजिस्ट (महामारी विशेषज्ञ) में शुमार डॉक्टर टी. जैबक जॉन ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, 'भले ही नए वेरिएंट की सबसे पहले पहचान दक्षिण अफ्रीका में हुई हो, लेकिन इस बात की पूरी आशंका है कि नया स्ट्रेन भारत में भी फैल रहा था। यह भी मुमकिन हो कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान आबादी का एक छोटा सा हिस्सा ओमीक्रोन स्ट्रेन से संक्रमित हुआ हो।' 'घबराने की कोई वजह नहीं, अबतक सिर्फ हल्के लक्षण' डॉक्टर जॉन ने साथ में यह भी कहा कि ओमीक्रोन वेरिएंट से संक्रमित मरीजों में अबतक जो लक्षण दिख रहे हैं वे हल्के ही हैं। उन्होंने कहा, 'घबराने की कोई वजह नहीं है लेकिन लापरवाही के लिए भी कोई जगह नहीं है। हमें सेफ्टी गाइडलाइंस का पालन जारी रखना ही होगा। हो सकता है कि सरकार लोगों में ओमीक्रोन वेरिएंट के तेजी से फैलने की बात खारिज कर दे लेकिन पहली लहर के दौरान भी तो इसी तरह के बयान आए थे। विश्व स्वास्थ्य संगठन जबतक हमें चेताता, तबतक दूसरे देशों के हजारों लोग भारत आ-जा चुके थे।' 'ओमीक्रोन हो या कोई दूसरा स्ट्रेन, भारत में नहीं होगा ज्यादा असर' इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ट्रेडिशनल मेडिसिन के पूर्व डायरेक्टर डॉक्टर देबप्रसाद चटोपाध्याय भी कुछ ऐसी ही आशंका जता रहे हैं। उन्होंने कहा, 'इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि नया वेरिएंट पहले से ही भारत में सर्कुलेशन में रहा हो। नए वेरिएंट से संक्रमित डॉक्टर वाला मामला बता रहा है कि ओमीक्रोन देश में पहले से फैल रहा था। हालांकि, ओमीक्रोन हो या कोरोना का कोई दूसरा स्ट्रेन, उसका कोई बहुत ज्यादा असर नहीं होगा क्योंकि देश की ज्यादातर आबादी पहले से ही संक्रमित हो चुकी है।' चिंता जैसी कोई बात नहीं- एक्सपर्ट कोरोना वायरस के एक्सपर्ट डॉक्टर श्रीनिवास कैक्किलया कहते हैं, 'सिर्फ इस वजह से कि ओमीक्रोन वेरिएंट सबसे पहले विदेश में पहचाना गया, इसका मतलब यह नहीं कि यह भारत में फैल ही नहीं रहा था। लेकिन इसका इस्तेमाल लोगों में डर फैलाने के लिए नहीं होना चाहिए। कर्नाटक की टेक्निकल अडवाइजरी कमिटी को लोगों से कहना चाहिए कि यह कोई चिंता की बात नहीं है।'
Source navbharattimes

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