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हीरो बनने का सपना लेकर आए प्रेम चोपड़ा ऐसे बने विलन

'प्रेम चोपड़ा नाम है मेरा' सुनते ही ब़ॉलिवुड के सबसे खतरनाक विलन प्रेम चोपड़ा (Prem Chopra) की याद आ जाती है, जिसने न जाने कितनी फिल्मों मेंं हीरो का जीना मुश्किल कर दिया था। कहते हैं फिल्म में विलन जितने दमदार होते हैं, उस फिल्म में नजर आनेवाले हीरो उनते ही शानदार बन जाते हैं। यानी हीरो की हीरोगीरी काफी हद तक विलन के कैरक्टर पर निर्भर करती है। बॉलिवुड में ऐसे ही कुछ गिने-चुने विलन मे एक नाम प्रेम चोपड़ा (Prem Chopra) का भी,

जो पर्दे पर इतने खूंखार दिखे कि दर्शकों में भी एक अजीब दहशत होती कि पता नहीं वह अब हीरो के लिए कौन सी मुसीबत खड़ी कर दे। उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में नाम और शौहरत दोनों कमाई है। बेशक फिल्मों में वो विलन का किरदार निभाते रहे हों, लेकिन उनका सपना हमेशा से हीरो बनना था। हालांकि उनके माता पिता उन्हें डॉक्टर या आईएएस ऑफिसर बनाना चाहते थे।

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प्रेम चोपड़ा ने इंडस्ट्री में विलेन के रूप में ही अपनी पहचान बनाई। हालांकि उन्होंने कई पॉजीटिव किरदार भी किए लेकिन उनके निगेटिव किरदार हमेशा इस पर भारी पड़े। प्रेम चोपड़ा ने अपने फिल्मी करियर में 300 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है। विलेन के रूप में प्रेम चोपड़ा को देख दर्शक उन्हें पसंद भी करते थे और साथ ही साथ डरते भी थे। ऐसे में अपने एक इंटरव्यू के दौरान प्रेम चोपड़ा ने बताया था कि वो खुद किससे डरते हैं।

प्रेम चोपड़ा से एक इंटरव्यू के दौरान पूछा गया कि, 'निजी जिंदगी में वो जितने शरीफ हैं, उनके फिल्मी किरदार में वो शराफत नजर नहीं आती, ऐसा क्यों?' इस सवाल के जवाब में प्रेम चोपड़ा ने कहा, 'ये मेरी शराफत ही तो है जो बदतमीजी वाले रोल भी शराफत से किए जा रहा हूं।' इसके बाद जब उनसे पूछा गया कि, 'लोग फिल्मों में आपको देखकर डरते हैं। तो आपको भी तो कभी किसी से डर लगता होगा?'

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आपको बता दें प्रेम चोपड़ा ने पिछले 50 सालों में करीब 350 से भी ज्यादा फिल्में की हैं, जिसमें वे केवल अपने विलन वाले किरदार के लिए ही मशहूर हुए। उन्होंने फिल्मी सफर की शुरुआत 1960 में फिल्म 'मुड़ मुड़ के न देख' से की। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ कमाल नहीं दिखा पाई जिसके बाद प्रेम चोपड़ा ने पंजाबी फिल्मों की ओर रुख किया। उनकी मुख्य फिल्मों में 'हम हिंदुस्तानी', 'वो कौन थी?', 'शहीद', 'मेरा साया', 'प्रेम पुजारी', 'पूरब' और पश्चिम', 'कटी पतंग', 'दो अनजाने', 'काला सोना', 'दोस्ताना', 'क्रांति', 'जानवर', 'फूल बने अंगारे', 'महबूबा' सहित अन्य फिल्में हैं।

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