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आज तो नेहरू जी ही नेहरू जी, मजा लीजिए... मोदी ने पहले PM का हवाला दे कांग्रेस पर बोला हमला

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में अपने भाषण के दौरान कांग्रेस पर खूब कटाक्ष किए। उन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों का जमकर जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू का भी कई बार जिक्र किया। मोदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी उन पर नेहरू जी का नाम नहीं लेने से बचने के आरोप लगाती रहती है तो आज नेहरू ही नेहरू छाए रहेंगे। मोदी ने कहा, 'आप कहते हैं ना कि मैं पंडित जी का नाम नहीं बोलता हूं। आज मैं बार-बार बोलने वाला हूं। आज तो नेहरू जी ही नेहरू जी हैं।' पीएम ने सदन में मौजूद कांग्रेस सासंदों से कहा, 'मजा लीजिए आज। आपके नेता कहेंगे- मजा आ गया।' महंगाई की नेहरू की विवशता बता कांग्रेस को जवाब प्रधानमंत्री ने ये बातें महंगाई को लेकर लगे आरोपों का जवाब देते वक्त कहीं। उन्होंने कहा, 'पंडित नेहरू जी ने लाल किले से कहा था और ये उस जमाने में कहा गया जब ग्लोबलाइजेशन इतना नहीं था, नाम मात्र का भी नहीं था। उस समय नेहरू जी, लाल किले से देश को संबोधन करते हुए क्या कह रहे हैं- कभी-कभी कोरिया में लड़ाई भी हमें प्रभावित करती है। इसके चलते वस्तुओं की कीमतें बढ़ जाती हैं और यह हमारे नियंत्रण से भी बाहर हो जाती हैं। देश के सामने देश का पहला प्रधानमंत्री हाथ ऊपर कर देता है... पंडित नेहरू आगे कहते हैं कि अगर अमेरिका में भी कुछ हो जाता है तो इसका असर भी वस्तुओं की कीमत पर पड़ता है।' उन्होंने कहा, 'सोचिए तब महंगाई की समस्या कितनी गंभीर थी कि नेहरू जी को लाल किले से देश के सामने हाथ ऊपर करने पड़े थे।' नेहरू पर कांग्रेस से बोले मोदी- मजा लीजिए आज पीएम ने इससे पहले कहा कि आप अपने समय में वैश्विक परिस्थितियों की दुहाई देकर पल्ला झाड़ लेते थे। वैसे कांग्रेस के राज में पंडित नेहरू जी ने लाल किले से क्या कहा, 'वो जरा आपको में बताना चाहता हूं। पंडित नेहरू, देश के पहले प्रधानमंत्री लाल किले से बोल रहे हैं।' इस बीच अधीर रंजन ने फिर से टोका-टाकी की तो पीएम बोले- 'आप कहते हैं ना कि मैं पंडित जी का नाम नहीं बोलता हूं। आज मैं बार-बार बोलने वाला हूं। आज तो नेहरू जी ही नेहरू जी हैं। मजा लीजिए आज। आपके नेता कहेंगे- मजा आ गया।' मंहगाी पर यूपीए बनाम मोदी सरकार उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व की यूपीए सरकार के आखिरी कार्यकाल में महंगाई 10 प्रतिशत से ज्यादा रही थी जबकि कोरोना काल में भी महंगाई 5.2 प्रतिशत है। पीएम ने कहा, 'कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए की पिछली सरकार के आखिरी पांच सालों में लगभग पूरे कार्यकाल के दौरान महंगाई 10 प्रतिशत से ज्यादा रही थी जबकि 2014 से 2020 तक महंगाई 5 प्रतिशत से कम रही है। कोरोना के बावजूद इस साल महंगाई 5.2 प्रतिशत रही है, उसमें भी खाद्य पदार्थों की महंगाई 3 प्रतिशत से कम रही है।' राहुल के अंबानी-अडाणी राग पर नेहरू युग की बात सरकार पर देश के शीर्ष दो उद्योगपतियों मुकेश अंबानी और गौतम अडाणी से सांठगांठ के आरोपों पर भी मोदी ने नेहरू युग की याद दिला दी। उन्होंने कहा, '1960 से 80 के दशक में क्या नैरेटिव होता था? कांग्रेस के ही सत्ता साथी, कांग्रेस के साथ रहकर सुख भोगने वाले लोग, पंडित नेहरू जी की सरकार को और श्रीमति इंदिरा गांधी जीकी सरकार के बारे में क्या कहते थे- यह तो टाटा-बिड़ला की सरकार है, इस सरकार को टाटा-बिड़ला चला रहे हैं।' उन्होंने कहा कि 60 से 80 के दशक तक यही बातें बोली जाती थीं- नेहरू के लिए बोली जाती थी, इंदिरा जी के लिए बोली जाती थीं और आपने उनके साथ भागीदारी की सत्ता में, लेकिन उनकी आदतें भी ले लीं। आप भी उनकी भाषा बोल रहे हो। आप इतने नीचे चले गए हो। मुझे लगता है आज पंचिंग बैग बदल गया है, आपकी आदत नहीं बदली है। 'भारत राष्ट्र नहीं' पर भी राहुल को नेहरू का हवाला दे घेरा प्रधानमंत्री ने 'भारत राष्ट्र नहीं है' के बयान पर भी राहुल गांधी को नेहरू के कथनों के जरिए ही जवाब दिया। उन्होंने प्रथम प्रधानमंत्री की पुस्तक 'भारत एक खोज' की कुछ पंक्तियां पढ़ीं और पूछा कि आखिर नेहरू जी ने तब किस राष्ट्र की बात की थी? प्रधानमंत्री ने पंडित नेहरू का कथन पढ़ा, 'यह जानकारी बेहद हैरत में डालने वाली है कि बंगाली, मराठे, गुजराती, तमिल, आंध्र, उड़िया, असमी, कन्नड़, मलयालयी, सिंधी, पंजाबी, पठान, कश्मीरी, राजपूत और हिंदुस्तानी भाषा भाषी जनता से बसा हुआ विशाल मध्य भाग कैसे सैकड़ों वर्षों से अपनी अलग पहचान बनाए हैं, इसके बावजूद इन सबके गुण-दोष कमोबेश एक से हैं। इसकी जानकारी पुरानी परंपरा और अभिलेखों से मिलती है। साथ ही, इस पूरे दौरान वे स्पष्ट रूप से ऐसे भारतीय बने रहे जिनकी राष्ट्रीय विरासत एक ही थी और उनकी नैतिक और मानसिक विशेषताएं भी समान थीं।' उन्होंने आगे भी नेहरू का एक और बयान कोट किया। मोदी बोले, 'एक क्षण आता है, मगर इतिहास में विरल ही आता है जब हम पुराने से बाहर निकलकर नए युग में कदम रखते हैं। जब एक युग समाप्त हो जाता है, जब एक देश की लंबे समय से दबी हुई आत्मा मुक्त होती है।' यह भी नेहरू जी का ही कथन है। आखिर किस नेशन की बात नेहरू जी कर रहे थे? कांग्रेस से बोले पीएम- मोदी तो आपकी प्राणशक्ति है प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों, खासकर कांग्रेस पर सरकार का अंध विरोध करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, 'इस सरकार का अंध विरोध करने की आदत हो गई है। सुबह-सुबह शुरू हो जाते हैं। यहां मैंने देखा- हमारे अधीर जी कह रहे थे क्या रखा है, मोदी-मोदी-मोदी करते रहते हो? यही कह रहे थे? सब लोग मोदी-मोदी-मोदी बोल रहे हैं।' मोदी ने हंसकर पूछा, 'आप क्यों बोल रहे हो?' प्रधानमंत्री के इस सवाल पर पूरा सदन ठहाके से गूंज उठा। फिर पीएम ने कहा, 'आप लोग सुबह होते ही शुरू हो जाते हैं। आप लोग एक पल मोदी के बिना नहीं बिता सकते। मोदी ही तो आपकी प्राण शक्ति है।' आलोचना आभूषण, अंध विरोध अनादर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आलोचना को जीवंत लोकतंत्र का 'आभूषण' और 'अंध विरोध' को लोकतंत्र का अनादर बताते हुए कहा कि 'बहुत से लोगों का कांटा 2014 में अटका हुआ है और उससे वे बाहर नहीं निकल पा रहे हैं जिसका उन्हें नजीता भुगतना पड़ रहा है।' राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का लोकसभा में जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि विपक्षी पार्टी को दशकों से अनेक राज्यों की जनता नकार चुकी है लेकिन उसका अहंकार नहीं जाता और वह अब भी 'अंध विरोध' में लगी है। देश के लोग कांग्रेस को पहचान गए: मोदी प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'हम सब संस्कार से, व्यवहार से लोकतंत्र के लिए प्रतिबद्ध लोग हैं और आज से नहीं, सदियों से हैं। आलोचना जीवंत लोकतंत्र का आभूषण है, लेकिन अंध विरोध लोकतंत्र का अनादर है।' विपक्ष पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, 'दुर्भाग्य यह है कि आपमें से बहुत से लोग ऐसे हैं जिनका कांटा 2014 में अटका हुआ है और उससे वो बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। उसका नतीजा भी आपको भुगतना पड़ा है।' उन्होंने कहा, 'देश की जनता आपको पहचान गई है, कुछ लोग पहले पहचान गए, कुछ लोग अब पहचान रहे हैं और कुछ लोग आने वाले समय में पहचानने वाले हैं।'
Source navbharattimes

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