DIGITELNEWS पर पढ़ें हिंदी समाचार देश और दुनिया से,जाने व्यापार,बॉलीवुड समाचार ,खेल,टेक खबरेंऔर राजनीति के हर अपडेट

 

नरेंद्र मोदी को 2024 में जनता फिर से प्रधानमंत्री देखना चाहती है, 4 राज्यों में जीत के बाद बोले विजयवर्गीय

नई दिल्ली: उत्तराखंड सहित चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में गुरुवार को भाजपा के शानदार प्रदर्शन के बाद पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि यह जनादेश इस बात का संकेत है कि जनता नरेंद्र मोदी को 2024 में फिर से प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहती है। उन्होंने उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मणिपुर और गोवा के पार्टी कार्यकर्ताओं का उनकी मेहनत तथा जनता का मोदी के नेतृत्व में फिर विश्वास जताने के लिए आभार भी प्रकट किया। मोदी को वैश्विक नेता बताते हुए विजयवर्गीय ने कहा कि युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे हजारों भारतीयों को सुरक्षित घर वापस लाकर उन्होंने एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। विजयवर्गीय ने कहा, 'निश्चित रूप से यह स्पष्ट हो गया है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में देश की जनता एक बार फिर से नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाएगी।' इस दौरान, विजयवर्गीय के साथ केंद्रीय मंत्री और उत्तराखंड में पार्टी के चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद थे। जोशी ने कहा कि चारों राज्यों में भाजपा का प्रदर्शन प्रधानमंत्री की लोकप्रियता का ही परिणाम है। उन्होंने राज्य में पार्टी के प्रदर्शन के लिए धामी की भी तारीफ की और कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के मार्गदर्शन में युवा मुख्यमंत्री ने शानदार प्रदर्शन करके दिखाया है। जोशी ने कहा कि पार्टी और धामी द्वारा जनता से किए वादे पूरे किए जाएंगे। वहीं, धामी ने भी पार्टी को एक और बड़ा जनादेश देने के लिए जनता का आभार प्रकट किया और कहा कि प्रदेश में भाजपा को दो तिहाई बहुमत देकर जनता ने प्रमाणित कर दिया है कि उसने कारनामे करने वालों पर काम करने वालों को चुना है। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले जारी किए गए दृष्टिपत्र में किए गए समान नागरिक संहिता सहित सभी संकल्पों को पूर्ण किया जाएगा। धामी ने कहा, 'हमने कहा है कि नई भाजपा सरकार के शपथ ग्रहण करते ही हितधारकों, प्रबुद्ध जनों, विधि विशेषज्ञों तथा अन्य लोगों की एक उच्चाधिकार समिति बनाई जाएगी जो यूनिफॉर्म सिविल कोड के लिए एक ड्राफट बनाएगी।'
Source navbharattimes

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ