पांच राज्यों के चुनाव परिणामों पर केवल उन्हीं लोगों को हैरत हो सकती है, जिन्होंने जमीनी स्थिति का सही आकलन नहीं किया होगा। चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश की यात्रा करने वाले निष्पक्षता से बात करें तो स्वीकार करेंगे कि योगी आदित्यनाथ सरकार और केंद्र की मोदी सरकार के विरुद्ध सामान्य जन में किसी तरह का व्यापक आक्रोश कहीं दिखाई नहीं देता था। सरकार को लेकर जो छोटे-मोटे असंतोष होते हैं, वही थे। इस सरकार ने भारी गलती कर दी है और इसे उखाड़ फेंकना है, ऐसा वातावरण केवल राजनीतिक और गैर-राजनीतिक विरोधियों ने बनाया था। स्थानीय कारणों से बीजेपी को मत न देने की बात करने वाले भी कहते थे कि योगी और मोदी सरकार ठीक है। आम लोगों की इस मानसिकता के रहते किसी सरकार का सत्ता से बाहर हो जाना संभव नहीं है। Source navbharattimes
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