विदेश मंत्री एस जयशंकर ने स्पष्ट किया है कि एंटनी ब्लिंकन के साथ बातचीत के दौरान मानवाधिकारों का मसला नहीं आया। यह मीटिंग राजनीतिक और सैन्य मामलों पर केंद्रित थी। हालांकि, उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि भविष्य में ऐसा कभी हुआ तो भारत बोलने से पीछे नहीं रहेगा। Source navbharattimes
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