प्रशांत किशोर के प्रस्ताव को इतनी अहमियत देकर सोनिया गांधी का संदेश साफ है कि पार्टी सर्वोच्च स्तर पर इस बारे में मन बना चुकी है। अब उसे यह स्वीकार करने में कोई दिक्कत नहीं है कि उसे कांग्रेस के रिवाइवल के लिए बाहर के किसी शख्स की मदद लेने की जरूरत है। Source navbharattimes
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