सऊदी अरब की महिलाओं की काम में सहभागिता भारतीय महिलाओं के मुकाबले ज्यादा हो गई है। हैरानी हुई ना जानकर। हाल के वर्षों में सऊदी अरब में लैंगिक भेदभाव कम करने वाले सुधारों का सिलसिला चला है। इसलिए वहां बड़ी संख्या में और हर उम्र की महिलाएं रोजगार बाजार से जुड़ीं। वहां 2016 में 18 फीसदी महिलाएं काम कर रही थीं, जिनकी संख्या 2020 में बढ़कर 33 फीसदी पहुंच गई। इस बीच, भारत में कामकाजी महिलाओं की संख्या कम होती रही। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 2012 में यह 31 फीसदी थी, जो 2021 में घटकर 21 फीसदी रह गई। अफसोस की बात यह है कि भारतीय महिलाओं की श्रम शक्ति में कम होती भागीदारी की किसी को पड़ी नहीं है। भारत सरकार के आत्मनिर्भरता अजेंडा में महिलाओं का रोजगार शामिल नहीं है। Source navbharattimes
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