ज्ञानवापी मामले में प्रत्यक्ष रूप से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) कहीं नहीं है, फिर भी इस विवाद को लेकर जो भी चर्चा होती है, उससे संघ का नाम जोड़ा जाता है। उदयपुर और अमरावती में जो हत्याएं हुईं, उन्हें भी विरोधियों ने संघ के हिंदुत्व की प्रतिक्रिया बताया। ऐसे ही माहौल में हाल में राजस्थान के झुंझनू में संघ के प्रांत प्रचारकों की बैठक हुई। माना जा रहा था कि संघ इन घटनाओं को लेकर लग रहे आरोपों पर आक्रामक प्रतिक्रिया देगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। Source navbharattimes
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