तारीख पे तारीख... फिल्मों में इसे बहुत सुना है और कोर्ट में केस किस प्रकार पेंडिंग है यह सबको पता है। इन सबके बीच एक वैज्ञानिक पर जासूसी का आरोप लगता है और उसकी दुनिया एक पल में बदल जाती है। लेकिन वो वैज्ञानिक जिनका नाम नंबी नारायणन उन्होंने हार नहीं मानी और 24 साल बाद झूठे आरोप से मुक्त हुए। Source navbharattimes
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