बिहार के सत्ता ढांचे में ऐसी हेरफेर की उम्मीद हाल तक शायद ही किसी ने की होगी। पिछले सत्रह वर्षों से वहां सरकार की धुरी नीतीश कुमार ही बने हुए हैं लिहाजा एक छोर से देखने पर इसमें कोई बदलाव नहीं दिखता। लेकिन बीजेपी जिस तरह पूरे देश में वन-पार्टी सिस्टम बनाने की ओर बढ़ रही है, उसका इस बदलाव में किनारे पड़ जाना किसी ऑफ-बीट खबर जैसा लगता है। बिहार की राजनीति पर नजदीकी से नजर रखने वाले बताते हैं कि इसके संकेत काफी पहले से मिल रहे थे। Source navbharattimes
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