न्यायालयों की भाषा और नौकरशाही की औपनिवेशिक संरचना में बदलाव, नई शिक्षा नीति, राम मंदिर और काशी विश्वनाथ धाम के पुनर्निर्माण आदि को सेंट्रल विस्टा परियोजना से अलग करके नहीं देख सकते। कहा गया है कि जो साहस और संकल्प दिखाता है, विजय उसे ही मिलती है। ऐसा नहीं कि संसद भवन से लेकर केंद्रीय सचिवालय और यहां तक कि इंडिया गेट के पूरे क्षेत्र में परिवर्तन की योजनाएं पहले सामने नहीं आईं। Source navbharattimes
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