कांग्रेस कहती है कि राहुल गांधी की पांच महीने चलने वाली भारत जोड़ो यात्रा न केवल पार्टी का संदेश फैलाएगी बल्कि बीमार संगठन में फिर से ऊर्जा का संचार भी करेगी। इसमें दो राय नहीं कि लगातार मिलती चुनावी हार, बहुतेरे छोटे-बड़े नेताओं के पार्टी छोड़ने और नेतृत्व की उदासीनता को देखते हुए कार्यकर्ताओं पर ध्यान देने और उन्हें प्रेरित करने की सख्त जरूरत है। लेकिन 2014 के बाद से कांग्रेस ने जो विश्वास और भरोसा गंवाया है, उसे क्या इस यात्रा के जरिए फिर से हासिल किया जा सकता है? Source navbharattimes
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