भारत ने दुश्मन की हमलावर बैलिस्टिक मिसाइलों से बचाव की स्वदेशी क्षमता हासिल करने का एलान कुछ दिनों पहले किया। एडी-1 नाम की इस स्वदेशी इंटरसेप्टर मिसाइल यानी मिसाइल-नाशक-मिसाइल का ओडिशा के अब्दुल कलाम परीक्षण स्थल से सफल परीक्षण करने के बाद भारत को विदेशी प्रणालियों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। दो दशक के प्रयास के बाद मिली इस कामयाबी से भारत अब अमेरिका (पैट्रियट और थाड प्रणाली), रूस (एस-400), इस्राइल (ऐरो-3) जैसे चुनिंदा देशों की कतार में खड़ा हो गया है। Source navbharattimes
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