पीने के पानी में अगर आर्सेनिक की मात्रा कम या अधिक है तो यह खतरनाक है। इससे गाल ब्लैडर कैंसर कैंसर का खतरा हो सकता है। बिहार-असम के दो शोधकर्ताओं ने अपनी स्टडी में पाया है कि असम और बिहार में इस तरह के पानी पीने वाले लोगों की संख्या अधिक है। Source navbharattimes
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