DIGITELNEWS पर पढ़ें हिंदी समाचार देश और दुनिया से,जाने व्यापार,बॉलीवुड समाचार ,खेल,टेक खबरेंऔर राजनीति के हर अपडेट

 

प्लास्टिक की कविता आ गई है जो देखने में बहुत सुंदर है, लेकिन उसमें कोई खुशबू नहीं होतीः कवयित्री अनामिका

आप बहुत सारी कविताएं ऐसी पढ़ेंगे कि लगेगा यह तो किसी चीज का अनुवाद है। इंटरनेट पर बहुत सारी कविताएं हैं, ऐसे में अपनी मिट्टी या अनुभव से जुड़ी कविताएं न करके उन्हीं के मॉडल पर आपको कविताएं लिखना आता है जबकि अनुभव तो रेडीमेड नहीं होता है ना। कविताएं वही अच्छी होती हैं, जो अपनी मिट्टी और अनुभव से उभरती हैं Source navbharattimes

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ