नई दिल्ली/बेंगलुरु: चंद्रयान-3 का लैंडर ‘विक्रम’ अब अपने कैमरे LHDAC से चांद के दक्षिणी ध्रुव पर ऐसी जगह तलाश रहा है, जहां बड़े पत्थर और गड्ढे न हों। जिससे कि बुधवार शाम 6:04 बजे वह सॉफ्ट लैंडिंग कर सके। भारत की स्पेस एजेंसी इसरो ने सोमवार सुबह कहा कि विक्रम में लगा कैमरा खतरे का पता लगाने और बचाव में सक्षम है। यह सॉफ्ट लैंडिंग के लिए प्रस्तावित जगह की मैपिंग कर उसकी तस्वीरें ले रहा है। इसकी खींची ब्लैक ऐंड वाइट तस्वीरें ऐसी लैंडिंग साइट ढूंढने में मदद करेंगी, जहां बड़े पत्थर और गहरी खाई न हो। इस कैमरे की मदद से विक्रम तमाम चुनौतियों को पहले ही भांपने में सक्षम है। Source navbharattimes
0 टिप्पणियाँ